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Threesome Sex Story

भाभी और गर्लफ्रेंड की एक साथ चुदाई – Threesome sex

Threesome sex : यह मेरी जीवन की एक सच्ची घटना है जो मेरी एक दूर की भाभी रिया और मेरी एक फिर गर्लफ्रैंड सपना के साथ की घटना है| जब मैंने अपनी पढ़ाई के लिए कॉलेज में दाखिला लिया |

उस समय मेरी उमर 18 साल की थी, मेरे को तब तक चोदने और चुदाने के बारे में थोड़ा ही ज्ञान था, कभी किसी के साथ अच्छे से सेक्स नहीं किया था| मेरी क्लास में वैसे तो बहुत सी लड़कियाँ थी पर मेरे को कोई भी नहीं भाती थी|

मुझे कॉलेज ऑफ़ आर्किटेक्चर में दाखिला मिला था इस लिए पढ़ने का बहुत शौक था और मैं हमेशा ही अपनी पढ़ाई पर बहुत ध्यान देता था, सारे टीचर मेरे से खुश रहते थे |

इसी बात के कारण लड़कियाँ धीरे,2 मेरे पास आने लगी और मेरी उनसे अच्छी दोस्ती हो गई| उनमें से एक लड़की का नाम सपना था जो देखने में बहुत सुंदर थी उसकी उम्र 20 साल, पतली नाजुक कमर, चेहरे पर हमेशा सुकून दिखाई देता था |

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भाभी और गर्लफ्रेंड की एक साथ चुदाई - Threesome sex

वो भी मेरे तरह क्लास में अच्छे से काम करती थी| मेरी और सपना की अच्छी दोस्ती हो गई पर मैंने उसे कभी भी सेक्स की नजरों से नहीं देखा| जिगरी दोस्त की तरह हम एक दूसरे से खुल कर बात करते और सलाह मशवरा लेते|

एक बार वो जब कैंटीन में बैठी हुई थी, उस दिन वो मिनी स्कर्ट और टी,शर्ट पहन कर आई थी, क्या मस्त लग रही थी| मैं उसके पास गया और उससे बात करने लगा तभी उसकी पेंसिल नीचे हाथ से छूट कर गिर गई |

जिसे उठाने के लिए जब वो नीचे की तरफ झुकी तो मेरी नजर उसके वक्ष पर चली गई क्योंकि उसने ढीली ढाली सी टी,शर्ट पहनी थी, छोटे,2 संतरे के जैसे थे जिसे देख कर मेरा लण्ड खड़ा हो गया|

मैंने किसी तरह से अपने लण्ड को उससे छुपाने की कोशिश की पर उसने मेरे इस हलचल को देख लिया पर कुछ नहीं बोली|उसके बाद मैं उसकी तरफ ज्यादा ध्यान देने लगा|

एक दिन जब वो क्लास में अकेली बैठी थी, मैंने देखा कि उसके साथ कोई नहीं है, मैंने सोचा, अच्छा मौका है बोल दे, नहीं तो फिर कभी नहीं बोले पाएगा| मैं गया और कुछ सोचे समझे बिना जाकर बोला, सपना , मैं तुमसे प्यार करता हूँ |

तुमको हमेशा अपने साथ महसूस करता हूँ, मैं तुम्हारे बिना नहीं जी सकता! यह सुन कर वो खड़ी हुई और मेरे गाल पर एक थप्पड़ मारा| मैं चौंक गया, यह मैंने क्या कह दिया!?!उसने बोला, इतने दिन बाद बोला, पहले नहीं बोल सकते थे?

मैं भी तुमसे प्यार करती हूँ! मेरा दिल खुश हो गया| अब मैं उसे अपने कमरे में भी लाने लगा| उसने न जाने कितनी बार मेरे लौड़े को ठीक से देखा और मैंने भी न जाने कितनी बार उसकी चूत देखी और चौड़ा करके भी देखा |

इसके बावजूद हमारे दिल में चुदाई का ख्याल नहीं आया| मुठ मारने में भी उसने कई बार मदद की, मैंने भी उसकी मदद की है, हाथ से कई बार उसकी दाना मसल कर ठंडा किया है|

इस बार मैंने उससे अपने गाँव में छुट्टी बिताने के लिए मना लिया| इम्तिहान ख़त्म होने क बाद हम गाँव पहुँचे, हम दोनों का अच्छा खुश,आमदीद हुआ| मेरे घर में मेरे अब्बू, अम्मी और एक छोटा भाई!

मेरा एक चचेरा भाई सुनील है जो मेरे से कई साल बड़ा है फिर भी मेरा पक्का दोस्त है| एक साल पहले उसकी शादी हुई थी रिया भाभी से, भाभी मेरी उम्र की हैं|

इस बार गर्मी बहुत ही तेज थी, सब लोग घर पर खाना खाकर दोपहर को सोये हुए थे, एक मैं था क़ि मुझे नींद नहीं आ रही थी, सपना का भी यही हाल था, वो बोली, चलो मुकेश, रिया भाभी के घर चलें, भाभी और भैया के साथ ताश खेलेंगे|

हम भाभी के घर गए, भाभी घर का काम कर रही थी और सुनील कहीं दिखाई नहीं दे रहा था, मैंने पूछा, भाईजान कहाँ हैं? सो रहे हैं क्या?भाभी बोली, क्यों मैं नहीं हूँ क्या? भैया बिना काम काम नहीं चलेगा?

सपना , क्यूँ न चलेगा? हमने सोचा चलो भाभी के घर जाकर ताश खेलें!भाभी उदास हो कर बोली, वो तो रात होने तक नहीं आयेंगे|मैं, कहाँ गए हैं इतनी धूप में?रिया , मैंने नहीं भेजा, अपने आप गए हैं|

सपना , कहाँ गए हैं?रिया , और कहाँ? वो भले उनके खेत भले|सपना , क्या बात है भाभी? उदास क्यूँ हो? झगड़ा हो गया है क्या?रिया , जाने भी दीजिये| यह तो हर रोज की बात है, आप जान कर क्या करेंगी?

सपना ने उनके कंधे पर हाथ रखा और पूछा, क्या बात है, बता दो? कम से कम दिल हल्का हो जायेगा, हम से कुछ हो सके तो वो भी करेंगे| बोलो, क्या बात है? मार पीट करते हैं?मैंने कहा, हाँ भाभी, क्या बात है?

इतना सुन कर भाभी सपना के गोद में सर रख कर रो पड़ी| मैंने उनकी पीठ सहला कर सांत्वना दी, मैंने सपना से पानी लाने को कहा|सपना उठ कर पानी लेने गई| मैंने रिया भाभी के चहरे को अपने हाथों में लिया, इतनी मासूम लग रही थी वो!

सपना के आने से पहले मैंने उनके कान में पूछ लिया, भाभी, भाई तुम्हें रोज चोदता है या नहीं?भाभी शरमा कर बोली, आज बीस दिन हुए!सपना ने सुन लिया, पूछने लगी, किसके 20 दिन हुए?

मैं, तू नहीं समझेगी, छोटी है, बाद में बताऊँगा|रिया भाभी को पानी देकर सपना ने अपने उरोजों के नीचे हाथ रख कर ऊपर उठाये और बोली, देखो, मैं छोटी दिखती हूँ भाभी? रिया के होंठों पर हंसी आ गई

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उन्होंने कहा, नहीं सपना , तुम्हारे तो मेरे से बड़े हैं, मैं कह रही थी कि 20 दिन से सुनील ने मेरे से बात नहीं की है|सपना के स्तन वाकई बड़े थे, वो 20 साल की ही थी मैंने सोचा खुला ही बोलने में कोई हर्ज़ नहीं है

मैंने कहा, भाभी का मतलब है कि 20 दिन से भैया ने उसे नहीं चोदा है|सपना अवाक् रह गई, फिर बोली, मुकेश…?!!मैं, भाभी, तू शुरू से बता, क्या हुआ?सपना , मुकेश, तुम सब कैसे पूछते हो?

रिया पहले शरमाई फिर बोली, तुम्हारे भैया के अलावा मेरे को आज तक किसी ने छुआ तक नहीं! तुम्हारे भैया ने पहली बार चो…!! वो किया सुहागरात को| मुझे दर्द हुआ, खून निकला वो सब उन्होंने देखा था|मैं, अब मारपीट करते हैं?

रिया , मारपीट कर लेते तो अच्छा होता! यह तो सहा नहीं जाता! सुबह होते ही खेत में चले जाते हैं, दोपहर को नौकर को भेज कर खाना मंगा लेते हैं| रात को आते हैं तो खाना खाकर चुपचाप सो जाते हैं और झट पट वो किया या नहीं किया|

करके करवट बदल कर सो जाते हैं| न बात न चीत! मैं कुछ पूछूं तो ना जवाब| क्या करूँ? अब तो वो करना भी बंद कर दिया है| कभी कभी रात को नहीं आते तो मुझे डर लगता है, उन्हें कुछ हो तो नहीं गया?

इतना कहते हुए वो रो पड़ी और मेरे कंधे के ऊपर सर रख कर रोने लगी| मैं धीरे,2 उनकी पीठ सहलाने लगा, सपना की आँख में भी आंसू भर आये|थोड़ी देर बाद भाभी शांत हो गई, उसका चेहरा उठा कर मैंने आँसू पौंछे|

इतनी मासूम लग रही थी, मैंने उनके गाल पर बोसा के ले लिया| मेरा कारनामा देख कर सपना ने दूसरे गाल पर चूम लिया| मैं कुछ सोचूं, इससे पहले मेरे होंठ रिया के होंठों से लग गए|

लगता है सलमान ने भाभी को सेक्स करना नहीं सिखाया था, जैसे ही मैंने जीभ से उसके होंठ चाटने चालू किये, वह छटपटाने लगी|लेकिन मैंने उसे छोड़ा नहीं, उसके मुंह में जीभ डाल कर चारों तरफ घुमाई और उसके होंठ चूसे|

सपना गौर से देख रही थी|पाँच मिनट बाद चुम्बन छूटा| हम दोनों के मुँह थूक से गीले हो गए थे, उसका चेहरा लाल हो गया था|सपना बोली, मुकेश, मुझे कुछ कुछ हो रहा था तुम दोनों को देख कर!

अब रिया ने सपना का का चेहरा पकड़ लिया और उसके मुँह से मुँह चिपका दिया|इस वक्त सपना की बारी थी, रिया ने भी वैसा किया, जैसा मैंने किया था| उन दोनों को देख कर मेरा लंड खड़ा होने लगा|

उस चूमाचाटी के दौरान मैंने अपना हाथ रिया की छातियों पर रख दिया, मैंने उरोजों को दबाया और मसला भी| उसने मेरा हाथ पकड़ लिया पर हटाया नहीं, वो चुदवाने के लिए तैयार हो रही थी |

फिर भी तसल्ली के लिए मैंने पूछा, भाभी, बीस दिन से भूखी हो, आज हो जायेसपना चुम्बन छोड़ कर बोली, मुकेश, तू तो भाभी को चो…च|| सम्भोग|| हाय हाय वो करने वाले हो?मैं, अगर देख न सको तो चली जाना|

रिया , ना ना, तुम यहीं रहना!अब सपना ने वो करना चालू किया जो सोचा न था, अचानक वो मेरे ऊपर टूट पड़ी और चूसना चालू कर दिया, पहले तो मेरे को हिचकिचाहट हुई, वो मेरी गर्ल फ्रेंड थी |

जिसने इस कदर कभी नहीं किया था, अब मैंने मुड़ कर न देखा मैंने कस कर उसे चूम लिया|सपना के होंठ इतने कोमल और रसीले होंगे, मैंने सोचा न था| रिया के दूध छोड़ कर मैंने नहा को पकड़ लिया, जब तक चुम्बन चला मैंने सपना के दूध सहलाये|

जैसे ही चुम्बन छूटा, सपना बोली, क्या भाभी के सामने ही करेगा?चारपाई छोटी थी, रिया ने फटाफट जमीन पर बिस्तर बिछाया|छोटी सी चोली में रिया के दूध छिप नहीं रहे थे |

मैंने एक एक कर के चोली के रे बटन खोल दिए, उसने अपनी चोली निकाल दी, रिया अब ब्रा में थी|चोली हटाते ही रिया के दूध मेरे हाथ में कैद हो गए, मैंने धीरे से उसे लिटाया, आगे झुक कर फिर सपना भाभी को चूमने लगी |

एक हाथ से दूध से पकड़ा और दूसरा हाथ पेट से नीचे उतार दिया, रिया के दूध मेरे हाथ से बड़े थे समां न सके लेकिन निप्पल छोटे थे उस वक्त सारा सामान कड़ा हो गया था |

मैंने एक निप्पल चिमटी की तरह से पकड़ा और दूसरा मुँह में लेकर चूसने लगा|उस वक्त रिया का हाथ धीरे से फिसल कर मेरे लंड पर पहुंचा और दबा दिया, चुम्बन छोड़ कर बोली, देवर जी, कहाँ छुपा कर रखा था?

ऐसे खजाने को छुपा कर रखना पाप है, मैं तुम्हें माफ़ नहीं करुँगी|उसने मेरी पैंट खोला और हाथ डाल कर खड़े लंड को बाहर निकाला, सपना ने झट से मेरा लण्ड पकड़ लिया और बोली, बहुत सख्त है आज तो!

अब सपना ने भी अपने कपड़े उतार दिए| अब मेरे सामने दो जोड़ी नंगी चूचियाँ थी, मैं क्या करता, चूचियाँ मेरी कमजोरी हैं, भाभी के दूध सपना से बड़े थे और सपना के छोटे थे|

सपना के स्तन पूरी तरह गोल गोल और सफ़ेद थे, दूध के ऊपर बादामी रंग के छोटी निप्पल थी, मैंने ऊँगली से निप्पल को छुआ|इस दरमियान भाभी मेरा लंड मुठिया रही थी|

उसने अब अपनी सलवार ढीली की और उसको नीचे करके उतार कर बोली, अब चालू हो जाओ!भाभी ने जांघे चौड़ी करके ऊपर उठा ली| उत्तेजना से सूजी हुई चूत देख कर मेरा लंड और तन गया |

मैं बीच में आ गया, लंड को पकड़ कर चूत के चारों तरफ घुमाया, सब गीला और चिकना था क्योंकि चूत बहुत गीली थी| दिक्कत यह थी कि मुझे सही से पता नहीं था कि लंड कहाँ घुसता है, चूत का मुँह कहाँ होता है|

मैंने ऐसे ही धक्के लगाने चालू कर दिए लकड़ी की तरह इधर उधर टकराया, फिसल गया लेकिन चूत का मुँह नहीं मिला|मुझे लगा कि मैं चोदे बिना ही झड़ने वाला हूँ, आज तक मैं यह समझ नहीं पाया था |

कि लड़कियों को बिना बताये सेक्स का पता कैसे चल जाता है|शर्म की मरी भाभी दोनों हाथो से चेहरा छुपा कर लेटी रही, सपना ने लंड को पकड़ कर सही ठिकाने में रख दिया |

मैंने एक जोरदार धक्का मारा, पूरा लण्ड चूत में उतर गया, सपना गौर से लण्ड को चूत में घुसते देख रही थी|चूत की मखमली दीवारों से लंड चिपक सा गया, लंड ने तीन चार ठुमके लगाये और चूत ने सिकुड़ कर जवाब दिया|

मेरी उत्तेजना भी काफी बढ़ गई थी||अकेला सुपारा अन्दर रह जाता, मैंने इतना लंड बाहर खींचा और फिर एक झटके से अन्दर घुसा दिया| दो चार ऐसे टल्ले मारे तो लंड और तन गया |

सर से लेकर पैर तक सारे अंग लंड के आनन्द से किलकारियाँ मारने लगे| मैं दनादन रिया को चोद रहा था और वो कूल्हे उछाल कर जवाब दे रही थी|मैं झड़ने के नजदीक पहुँच गया पर भाभी चुदवाए जा रही थी, झड़ने का नाम नहीं ले रही थी|

सपना फिर काम आ गई, उसने भाभी की भोंस पर हाथ रखा, अंगूठे और ऊँगली से क्लोटोरिस पकड़ कर खींची, मसली और बेरहमी से रगड़ डाली, तुरंत भाभी के नितम्ब डोल पड़े|

अब वो कमर के झटके लगाने लगी, उसकी चूत ने ऐसे लंड चूसा कि मेरा बांध टूट गया, वीर्य की फचाफच पिचकारियाँ मार कर मैं झड़ गया और मेर साथ भाभी भी झड़ गई|थोड़ी देर तक मैं भाभी के बदन पर पड़ा रहा

फ़िर लंड निकाल कर सफाई कने लगा| पेशाब जोर की लगी थी, झड़ने पर भी लंड झुका नहीं था|लंड पर ठंडा पानी डाला, धोया पानी में डुबोया तब कहीं जाकर पेशाब निकली|कमरे में आया और तो देखा तो दंग रह गया

दोनों आपस में लिपटी पड़ी थी, सपना अपनी टाँगें उठाए पड़ी थी, रिया उसके ऊपर थी और मर्द की तरह धक्के मार कर चूत से चूत रगड़ रही थी| वो दोनों अपनी चुदाई में मस्त थी, मेरा आने की उन्हें खबर न हुई|

मैं जाकर सामने बैठ गया ताकि दोनों की भोंस आसानी से दिखाई दे|सपना जोर जोर से कूल्हे उछाल रही थी और भाभी को जोर लगाने को कह रही थी लेकिन रिया के झटके धीमे पड़ने लगे|

मैं जाकर सपना के पीछे बैठ गया और अपनी टाँगें चौड़ी की तब लंड सपना की चूत तक पहुँच सका| आगे बढ़ कर मैंने भाभी के स्तन थाम लिए|भाभी ने कहा, अच्छा हुआ जो तुम आ गए! संभालो अपनी गर्लफ्रेंड को!

वो जाने लगी|मैंने हाथ पकड़ लिया और कहा, अभी मत जाओ| हम तीनों मिल कर चुदाई करेंगे|वैसे भी कुँवारी लड़की को चोदने के ख्याल से लंड कुछ टाइट हो गया| मैंने लंड भाभी की चूत में फिर से डाल दिया

वो कुछ कहे, इससे पहले मैंने चार पाँच धक्के मार ही लिए| लंड अब और खड़ा हो गया| मैंने भाभी की चूत से लंड निकाला और एक झटके से लंड सपना की चूत में डाल दिया|

झिल्ली फटते ही सपना चीख उठी लेकिन भाभी ने उसके लबों को अपने मुँह में लेकर दबोच लिया| अब मैंने लंड को चूत में दबाये रखा और खड़ा हो गया|तब सपना को पता चला कि उसकी चूत की झिल्ली फट गई है

वो बोली, मुकेश तुमने यह क्या किया? बहुत दर्द हो रहा है|भाभी ने सपना के नीचे दो तकिये लगाये और कहा, जो होना था, वो हो गया, अब देखना लंड तुम्हारी चूत में कैसे ठीक बैठता है| दर्द की फिकर मत कर, अभी चला जायेगा! मुकेश जरा रुको!

लंड को चूत में दबाये रख मैंने कहा, सपना तेरी यही इच्छा थी, सच बता?फिर सपना ने अपना चेहरा ढक लिया और सर हिला कर हाँ कहा, उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई| वो देख कर लंड ने ठुमका लगाया और ज्यादा चौड़ा होकर चूत को और भी चौड़ा कर डाला|

‘उ इ इ इ!’ कर सपना फिर से चिल्ला उठी|मैंने उसके मुंह को चूम कर कहा, यह आखिरी दर्द है| अब कभी नहीं दुखेगा|लण्ड को दो इंच बाहर निकाला और फिर घुसा कर पूछा, दर्द हुआ?इस बार उसने न कहा|

अब नीचे देख, क्या होता है?’वो देखती रही और मैंने आराम से लंड निकाला, जब सिर्फ़ सुपारा चूत में रह गया, तब रुका|झिल्ली का खून और चूत के रस से गीला लंड देख कर सपना बोली, तेरा इतना बड़ा तो कभी न था? कब बढ़ गया?

मैंने भी तेरी भोंस इतनी खुली हुई नहीं देखी!’भाभी, चुदाई के वक्त लंड और भोस का आकार बदल जाता है, वैसे भी तुम्हारे भाईजान का 6 इंच का है लेकिन जब चोदते हैं तो सात इंच जैसा दीखता है|

मैं, अच्छा! तैयार रहना! लण्ड फिर से चूत में जा रहा है, दर्द हो तो बताना!आसानी से पूरा लंड सपना की चूत में घुस गया, जब क्लिटोरिस दब गई तो सपना ने कहा, बड़ी गुदगुदी होती है|

मैंने कूल्हे मटका कर क्लिटोरिस को रगडा, सपना के नितम्ब भी हिल पड़े, वो बोली, सी सी इ अई! इह, मुझे कुछ हो रहा है!अब मुझे तसल्ली हो गई कि अब सपना की चूत तैयार है, मैंने धीरे चोदना चालू किया|

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भाभी और गर्लफ्रेंड की एक साथ चुदाई - Threesome sex

भाभी झुक कर सपना को चूमने लगी| मैंने धीरे धीरे रफ़्तार बढ़ाई| सपना भी कूल्हे उछाल कर जवाब दे रही थी|सपना ने अपने पैरों से मेरी कमर को जकड़ लिया, मैं दनादन चोदे जा रहा था|

दस मिनट तक चुदने के बाद सपना अचानक से बोल उठी, ओ ओ ओ इईईइ औ!वो झटपटाने लगी, मेरे बदन पर कई जगह उसने नाख़ून गड़ा दिए, कमर के झटके ऐसे लगाये कि लंड चूत से बाहर निकल निकल कर वापिस घुस रहा था|

लण्ड पर चूत ऐसे सिकुड़ी जैसे किसी ने मुट्ठी से जकड़ लिया हो| मेरा लंड तन कर लोहा हो गया, चूत में आते जाते सुपारा टकरा रहा था जैसे मुट्ठ मारते हैं|और सपना भी सातवें आसमान की सैर कर रही थी|

तभी मैं झड़ गया और झटके से छोड़ते हुए लंड ने वीर्य की पिचकारी मारी| एक एक पिचकारी के साथ लण्ड से बिजली का करंट निकल कर सारे बदन में फ़ैल जाता था|हम दोनों शिथिल हो कर ढल पड़े|

थोड़ी देर अब सपना के ऊपर गिर कर पड़ा रहा, लग रहा था कि अब मेरे शरीर से जैसे जान ही निकल गई हो! हम दोनों शांत हो चुके थे|सपना की चूत पावरोटी की तरह फूल गई थी वो खड़ी नहीं हो पा रही थी|

मैंने उसे गोदी में उठाया और बाथरूम में ले जाकर एक दूसरे को साफ़ किया और फिर नहा धोकर बाहर आए|भाभी ने तब तक नाश्ता बना दिया था|हम तीनों के चेहरे पर अब मुस्कान थी, भाभी भी अब खुश नजर आ रही थी|

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