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रम ने निकाला सेक्सी चाची की चुत का दम – Chachi Ki Chudai

Chachi Ki Chudai : मेरा नाम तरुण है,मैं मुंबईसे हूं|यह सेक्स कहानी हमारे पड़ोस में रहने वाली चाची और मेरी है जिसमें मैंने देसी चाची की चूत चोदी!चाची का नाम सुहानी है| उनकी उम्र 23 साल थी और मेरी 26 साल की|

उनका फिगर कमाल का था|मैं चाची की सेक्सी फिगर से बहुत उत्तेजित था और उन्हें चोदना चाहता था|एक दिन चाची को शादी में जाना था|शादी 24 किलोमीटर दूर के एक फार्म हाउस से थी|

उन्होंने मेरी मम्मी से कहा कि तरुण को मेरे साथ शादी में भेज दो| उसके चाचा को बुखार आ गया है और शादी में जाना जरूरी है|मेरी मम्मी ने हां कर दी|वह दिसंबर का महीना था|मैं और चाची बाइक पर चल दिए|

शाम 7 बजे तक हम दोनों शादी वाली जगह पर पहुँच गए थे|उधर एक डेढ़ घंटा रुकने के बाद हम वापस चल दिए|जब मैं बाइक पर उन्हें पीछे बिठाए हुए बाइक चला रहा था तो उनके दूध मेरी पीठ को स्पर्श कर रहे थे पर जैकेट की वजह से मजा नहीं आ रहा था|

हम थोड़ी दूर ही चले थे कि बारिश आ गई; हम दोनों भीग गए|मैंने चाची से कहा- बाइक पर सर्दी बहुत लग रही है| बारिश भी तेज हो गई है| इस वजह से घर नहीं जा सकते हैं| किसी होटल में रुक जाते तो ठीक रहेगा|

सुहानी चाची ने कहा- ठीक है, घर पर फोन कर देंगे|हम दोनों एक होटल में आ गए|मैंने काउंटर पर जाकर एक कमरे के लिए बात कही तो मैनेजर ने एक कमरा दे दिया|मैंने औचरिकता पूरी की और हम दोनों कमरे में आ गए|

चाची की प्यासी चुत की दमदार चुदाई – Aunty Sex Story

रम ने निकाला सेक्सी चाची की चुत का दम - Chachi Ki Chudai

कमरे में आते ही मैंने चाची से कहा,आप कपड़े बदल लो|चाची हंसने लगीं और बोलीं- इधर कपड़े कहां से आएंगे?मैंने बाथरूम में जाकर देखा तो दो बाथरोब्स रखे हुए थे|तो मैंने अपने कपड़े उतारे और एक बाथगाउन को पहन लिया|

उसके बाद मैंने चाची को आवाज दी और उनसे कहा- आप अपने कपड़े उतार कर बाथरोब पहन लीजिए|ये कहते हुए मैं बाहर आ गया|चाची ने मुझे बाथरोब पहने हुए देखा तो वे भी अन्दर चली गईं और दूसरा बाथरोब पहन कर बाहर आ गईं|

इधर मुझे ठंड लग रही थी तो मैंने फोन से रिसेप्शन पर व्हिस्की के लिए बोल दिया, साथ ही सिगरेट की डिब्बी के लिए भी कह दिया|एक मिनट बाद चाची भी कमरे में आ गईं|वे गजब की माल लग रही थीं|

उनके दूध बिना ब्रा के बाथरोब में हिलते हुए बड़े मस्त लग रहे थे और बाथरोब का गला भी कुछ ज्यादा खुला था तो दूध घाटी भी लंड को खड़ा कर रही थी|मैंने चाची को देखा तो वे मुस्कुरा दीं और बोलीं- यार, मुझे तो बड़ी सर्दी लग रही है|

तो मैंने कहा- कुछ गर्म करने वाली चीज मँगवाई है| यदि आपको चले तो ले लेना|वे बोलीं, क्या मँगवाया है?मैंने कहा, व्हिस्की|चाची बोलीं, अरे रम मँगवाते … सर्दी में तो रम मजा देती है|मैंने झट से फोन पर व्हिस्की की जगह रम लाने की कह दी|

साथ में कुछ भुने हुए काजू और नमकीन पिस्ता के लिए भी कह दिया|अगले कुछ ही पलों में वेटर सामान ले आया|मैंने दो गिलासों में पैग बनाए और चाची से पूछा- क्या लेंगी पानी या सोडा?चाची बोलीं- जो तू ले, वही मुझे भी बना कर दे दे|

मैंने कहा- मैं तो ऑन द रॉक्स लेता हूँ|चाची ने भी हंस कर कह दिया कि हां वही मेरे लिए बना दे| सर्दी को बर्फ ही खत्म करेगी|मैंने दो गिलासों में बर्फ डाली और रम के पैग बना दिए|चाची ने चीयर्स बोल कर जाम टकराए और मैं देखता ही रह गया|

चाची ने एक बार में ही सारा पैग गले के नीचे उतार लिया|उन्होंने एक अजीब सा मुँह बनाया और काजू उठाया कर स्वाद सही करने लगीं|मैंने उनका गिलास वापस भर दिया|उसी के साथ मैंने सिगरेट सुलगाई तो चाची ने भी एक सिगरेट सुलगा ली|

दारू एक ऐसी चीज होती है जो सभी में झट से दोस्ती करवा देती है और बड़े छोटे का भेद खत्म हो जाता है|कुछ ही देर में चाची के तीन पैग खत्म हो गए थेऔर मेरे दो|चाची की सर्दी खत्म हो गई थी

तो उन्होंने अपने बाथरोब की डोरी को ढीला कर दिया और उनके बड़े बड़े दूध अपनी छटा बिखेरने लगे|मेरी आंखों में नशे के साथ वासना का सुरूर भी दिखने लगा था|चाची ने अपने पैर फैला कर टेबल पर रखे और दोनों टांगें मोड़ दीं|

उनकी उंगलियों में सिगरेट दबी हुई थी और मेरी आंखों में उनकी चूत बस गई थी जो सामने से साफ नंगी दिख रही थी|मैंने उनकी चूत देख कर सीटी बजा दी|चाची ने धुआं के छल्ले हवा में उड़ाए और हल्की सी मुस्कान देते हुए अपनी चूत को थोड़ा और झलका दिया|

उनकी चूत देख कर मैंने होंठों पर जीभ फेरी और अपनी दोनों टांगों के बीच में अपना हाथ डाल कर लंड को सहलाया|मेरा लंड सख्त होने लगा था और बाथरोब से दिखने लगा था|चाची ने कहा, तेरी लौकी दिख रही है|मैंने कहा- थोड़ी थोड़ी दिख रही है या पूरी दिख रही है?

चाची हंस कर बोलीं- जब पूरी दिखेगी, तो लौका कहूँगी|मैंने कहा- अरे यार, उसे लौका नहीं कहते हैं, लौड़ा कहते हैं|चाची हंस दीं और अपनी चूत को अपने हाथ सहलाती हुई बोलीं, लौड़ा तो वह जब बनेगा, जब उसे मेरी चूत बुलाएगी|

अब चाची को रम सर चढ़ कर बोलने लगी थी और वे लंड चूत की भाषा बोलने लगी थीं|उन्होंने एक पैग और बनाया और आधा गटक कर उठ खड़ी हुईं|मेरे सामने उन्होंने अपने बाथरोब की डोर खोल दी थी

एक झलक अपनी चूत व चूचियों के दिखा कर उन्होंने फिर से बाथरोब को बिना डोरी बांधे समेट लिया|मैंने सिगरेट फूंकते हुए कहा- अरे यार चाची, क्यों शर्मा रही हो| इधर हम दोनों के अलावा और कौन है जो देखेगा|

आप अपना बाथरोब उतार ही दो उन्होंने कहा, फिर तो मुझे ठंड लगेगी?मैंने कहा, नहीं लगेगी| मैं हूँ ना!वे हंसी और बोलीं, लगेगी … कोई और तरीका बता?मैंने कहा,हां एक तरीका और है|

वे मेरी उंगली से सिगरेट लेती हुई बोलीं- क्या?मैंने कहा आप अपना बाथरोब उतार कर बिस्तर में लेट जाओ और कंबल ओढ़ लो वे बोलीं,फिर? मैंने कहा,आप इतना तो करो यार चाची| बड़ा तरसा रही हो आप!

चाची ने अपने बाथरोब को उतारा और कम्बल में लेट गईं| अब मैंने भी अपने लौड़े को बाथरोब से बाहर निकाला और चाची के गिलास में बची दारू में डुबो कर बाहर निकाला| चाची देख रही थीं| वे बोलीं- ये क्या कर रहा है तू?

मैंने कहा- अरे यार चाची … मेरे लौड़े को भी सर्दी लग रही थी न … तो मैंने उसे भी रम चखा दी| अब ये भी गर्म हो जाएगा| चाची हंसने लगीं और बोलीं- अबे तू चूतिया है| लौड़े को गर्म करने के लिए इसे चूत में डालना पड़ता है|

दारू से इसे झांट असर नहीं होगा| मैंने कहा, अब चूत में कैसे डाल दूँ? वे बोलीं, क्यों दिक्कत क्या है| तू भी उतार दे अपना गाउन और आ जा मेरे साथ|मैंने झट से अपना गाउन उतारा और उनके सामने अपना लंड हिलाने लगा|

मेरा लंड खड़ा देख कर चाची की चूत में आग लग गई और उन्होंने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अपने साथ कंबल में खींच लिया|अब मैं भी उनके साथ कंबल के अन्दर पूरा नंगा घुस गया था|

देहाती आंटी को मेरे लंड से चरम सुख मिला – desi aunty ki chudai

रम ने निकाला सेक्सी चाची की चुत का दम - Chachi Ki Chudai

चाची भी मेरी बांहों में बिल्कुल नंगी थीं| उन्होंने जिस्मों के मिलन की खुशी में एक पैग लेने की बात कही| मैंने बिस्तर पर लेटे लेटे हुए ही व्हिस्की को गिलास में भरा और चाची के मुँह से लगा दिया|

चाची ने एक सिप लिया और मेरे मुँह से मुँह लगा कर मुझे भी शराब पिला दी| अब हम दोनों ने एक दूसरे को चूमना चालू कर दिया|मैंने उनके स्तनों को मसलन और चूसना शुरू कर दिया|

कुछ ही देर में हमारी सर्दी दूर हो गई और चाची ने कंबल दूर कर दिया| हम दोनों एकदम नंगे एक दूसरे को देख रहे थे|चाची की नंगी चूत और चूचियां देखते ही मेरा लंड हाहाकार मचाने लगा|

मैंने उन्हें अपने नीचे लिया और उनके ऊपर चढ़ गया| थोड़ी ही देर बाद हम दोनों में सेक्स शुरू हो गया| मैंने चाची के चूचों के बीच लंड फंसाया और मम्मों को चोदना चालू कर दिया| मेरा लंड चाची के मुँह तक जा रहा था |

चाची बड़े मजे से अपनी जीभ निकाल कर मेरे लौड़े के टोपे को चूसने में लगी थीं|अब चाची को लंड के टच से मजा आने लगा था| मैंने अपना एक हाथ पीछे किया और चाची की चूत पर रख दिया,चाची की चूत पर एक भी बाल नहीं था |

बिल्कुल चिकनी चूत थी| उनके मुँह से आवाज आ रही थी, अब देर मत करो| जल्दी से अन्दर पेल दो| मैं चाची की चूत चुदाई के लिए नीचे को सरक आया और उनकी चूत के ऊपर अपना लंड टिका कर सैट कर दिया|

ऐसा लग रहा था, जैसे मैं जन्नत में आ गया हूँ| चाची भी फुल गर्म हो गई थीं और बार बार गांड उठा कर चूत को लंड से घिस रही थीं| तभी चाची ने मुझे धक्का देकर बिस्तर पर गिरा दिया और मेरे लंड को हाथ में ले लिया|

उस पर बहुत सारा थूक लगाया और लंड चूत के अन्दर तक ले लिया| लंड अन्दर लिया और झट से ‘उई मम्मी …’ कह कर लंड से उतर गईं| कुछ देर के बाद मैंने चाची को कुतिया बना लिया और आधा लंड पेल कर उनकी चुदाई करने को हुआ|

लंड के घुसते ही वो एकदम से मुझसे दूर को हो गईं| मैंने कहा,क्या हुआ? वे बोलीं, दर्द हो रहा है, तेरे चाचाकी लुल्ली तेरे लौड़े के सामने कुछ नहीं है| फिर पिछले दो साल से उन्हें शूगर की बीमारी हो गई है

तो उनका खड़ा ही नहीं होता है| मैंने कहा, आप चिंता मत करो चाची जी, मैं आराम आराम से करूँगा| मैं चाची को बेड के किनारे ले गया| उनकी आधी गांड बेड से नीचे आ गई और पैरों को मैंने अपने कंधों पर ले लिया|

मैंने चाची को कसके पकड़ लिया जिससे वो मुझसे अलग ना हो सकें| फिर अपना लंड उनकी चूत के मुँह में लगाया और पूरी ताकत से लंड अन्दर पेल दिया|चाची की चूत की मां चुद गई |

लौड़े ने रॉकेट की तरह छलांग लगाई और उसने सीधा चाची की बच्चेदानी से टच हो गया| उनकी तेज चीख निकल गई- आह मार दिया मुझे … बचाओ| मैंने लंड अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया |

दो मिनट में ही चाची को मजा आने लगा|उन्होंने गाली देनी शुरू कर दी, भोसड़ी के मादरचोद धीरे चोद कमीने … रंडी की चूत समझ रहा है क्या … साले बहन के लंड!उनकी गाली सुनकर मैं भी उनको फुल स्पीड में चोदने लगा|

चाची के मुँह से लगातार आआह आह की आवाज आ रही थी ‘आह आज सही चुदाई का मजा मिला पहली बार … और पेल मेरे राजा|’ मैं भी पिल पड़ा और ताबड़तोड़ लंड अन्दर बाहर किया|

कुछ 20 मिनट बाद मेरा निकलने वाला था|मैंने कहा, चाची रस कहां निकालना है?उन्होंने कहा- आज मुझे तू सिर्फ रंडी बोल साले … और मेरे मुँह में निकाल दे सारा माल|मैंने अपने लौड़े का सारा मुँह में ही निकाल दिया|

चाची ने कहा,तू भी टेस्ट करेगा अपना माल?मैंने कहा, हां|मेरे हां करते ही चाची मुझे स्मूच करने लगीं और उन्होंने आधा माल मेरे मुँह में दे दिया|चाची ने कहा, कैसा लगा?मैंने कहा- थोड़ा अजीब था, पर मजा आ गया|

इस तरह से मैंने देसी चाची की चूत चोदी| फिर हम दोनों लेट गए, मैंने कहा, रंडी, एक पैग और बनाऊं?चाची बोलीं, हां मादरचोद बना ले| मैंने कहा, मां किधर चोदी है मैंने, जो आप मादरचोद बोल रही हो?

वे बोलीं, मैं भी तेरी मां की तरह हूँ और तुझे अपनी मां चोदनी है तो बता, उसकी रंडी की टांगें भी तेरे लौड़े के सामने खुलवा दूँगी|चाची के मुँह से ये सुना तो मेरा भेजा हिल गया|

मेरी मम्मी भी बहुत सेक्सी लगती हैं मगर मैंने कभी ये सोचा ही नहीं था कि चाची और मेरी मम्मी एकदम रांड की तरह चूत खोलने को तैयार रहती हैं|चाची दारू पीती हुई बोलीं, बता न भोसड़ी के … चुप क्यों हो गया?

क्या गांड फट गई अपनी मम्मी की सुन कर?मैंने कहा, मन तो बहुत है चाची क्योंकि मेरी मम्मी भी बहुत सेक्सी और हॉट है|चाची, तू टेंशन मत ले … तेरे लौड़े का काम मैं यूं चुटकियों में करा दूंगी|

साली रांड की तरह मेरे सामने गैर मर्दों से चुदती है|इस तरह से चाची मेरी मम्मी की चुदाई की बात करने लगीं और मेरा लौड़ा खड़ा होने लगा|हम दोनों ने और एक एक पैग पी लिया|मैंने चाची को थोड़ी ज्यादा पिला दी थी|

अब मुझको उनकी गांड मारनी थी|मैं उनकी गांड पर हाथ फेरने लगा| चाची बोलीं, गांड नहीं मारने दूंगी, तेरा लंड बहुत बड़ा है|मैंने कहा, प्लीज चाची, बड़ा मन कर रहा है|वे बोलीं, अच्छा ठीक है, पर तू आधा ही घुसेड़ना|

मैंने हां कह दी|अब चाची मेरे लिए अपने बैग में से एक क्रीम ले आईं|चाची ने मेरे लंड के टोपे पर बहुत सारी क्रीम लगा दी और मुझसे अपनी गांड में भी लगाने का कह दिया|वे कुतिया बन गई और बोलीं, पहले गांड पर ज्यादा सी क्रीम लगा दे|

मैंने लगा दी और गांड पर लंड लगा दिया|ज्यादा क्रीम लगे होने की वजह से जरा से दाब में मेरा एक इंच लंड गांड के अन्दर घुस गया|चाची बहुत तेज दर्द हुआ और उन्होंने एक कराह निकाल दी, आह मर गई, रुक भोसड़ी के|

मैं रुक गया और उनके दूध दबाने लगा|थोड़ी देर बाद मैंने फिर जरा सा धक्का लगाया, इस बार लंड और अन्दर चला गया|उनकी चीख निकल गई|वे बोलीं,आह निकाल ले कमीने मेरी फट गई आह … अह|

बेताब लंड और चुत का मिलन – Aunty Sex Story

रम ने निकाला सेक्सी चाची की चुत का दम - Chachi Ki Chudai

मैं, बस चाची हो गया|अब मैं उतना लंड ही चाची की गांड में आगे पीछे करने लगा, जितना उनकी गांड में घुसा हुआ था|दो तीन मिनट में ही चाची का दर्द कम हो गया और अब मैंने पूरा लंड अन्दर पेल दिया|

इस बार चाची को दर्द तो हुआ मगर वे सहन कर गई|हालांकि उनकी आंखों से आंसू आ गए थे तथा उनकी कुंवारी गांड से खून निकलने लगा था|मेरा लंड भी उनकी गांड से निकले खून से लाल हो चुका था|

इस तरह से कुछ देर बाद चाची गांड मरवाने का मजा लेने लगीं|मैं उनकी गांड में ही झड़ गया|गांड मरवाने के बाद चाची और मैंने एक एक पैग और लिया और सिगरेट फूंकी|नशा बढ़ गया तो फिर से चुदाई चालू हो गई|

इस तरह पूरी रात मैंने चाची की चुदाई की|हम दोनों सुबह 4 बजे सोए|दस बजे जागे और होटल से निकलने लगे|चाची ने मुझे अपने गले से लगाया और चूम कर कहा- जानू आई लव यू| आगे भी मुझे तुम्हारा प्यार से चाहिए|

मैंने चाची से वादा किया और हम दोनों होटल से निकल कर घर की तरफ चल दिए|सुबह भी चाची से सही से नहीं चला जा रहा था|मैंने आगे एक दवा की दुकान से चाची को एक पेन किलर लेकर दी और कुछ देर बाद चाची का दर्द खत्म हो गया|

दोस्तो, कैसी लगी मेरी कहानी जिसमें मैंने देसी चाची की चूत चोदी? कमैंट्स में जरूर बताना और भी सेक्सी कहानी के लिय हमारी साइड
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