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Aunty Sex StoryHindi Sex Story

चुदक्कड़ आंटी की चुदाई की प्यासी – Aunty Sex Story

Aunty Sex Story ;दोस्तो कैसे हो, मेरा नाम अंकित है मेरे लंड बहुत बड़ा है, ये पूरे 9 इंच का एक मोटा खीरा जैसा है| ये मेरी पहली सेक्स कहानी है, मैं उम्मीद करता हूँ कि आप सब को बहुत अच्छी लगेगी|

हालांकि ये रिश्तों में सेक्स की कहानी है लेकिन ये एक रियल स्टोरी है|मेरीआंटी का नाम कविता है, वो बहुत सेक्सी हैं| उनका फिगर लगभग 36,30,38 का होगा| ये आंटी सेक्स कहानी कुछ ऐसी हॉट है

कि लड़कों व लड़कियों का पानी निकलवा देगी| मेरी आंटीएक बहुत ही ज्यादा मस्त माल हैं| आज से पहले मैंने बहुत सी लड़कियों की चुत व गांड मारी है, पर मेरी आंटीजैसे चुदक्कड़ औरत कोई भी नहीं मिली|

अन्तर्वासना पढ़ना पसंद करने वाली लड़कियों को बता दूं कि मेरा लंड 8 इंच का इतना मजबूत लंड है, जो अन्दर जाते ही चुत का पानी निकलवा देता है|ये गर्मियों की छुट्टियों की बात है|

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चुदक्कड़ आंटी की चुदाई की प्यासी - Aunty Sex Story

जब मेरे चाचा दस दिनों के लिए जयपुर गए थे, उनके बच्चे अपनी नानी के पास गए थे| उस समय रात हो गई थी, तेज बारिश हो रही थी और बिजली कड़क रही थी|मेरी आंटी मुझसे कहा, मुझे अकेले सोने में डर लग रहा है|

तुम आज मेरे पास ही सो जाना|मैंने आंटी की चूचियां देखते हुए कहा, ठीक है चाची|मैंने सोचा कि आज रात आंटीसेक्स के लिए मान जाए | … काश आंटीकी चुत मिल जाए|मैं उस रात आंटीके साथ सोने के लिए उनके पास चला गया|

हालांकि खाना वगैरह हो गया था और मेरी आंटीभी सोने के लिए बस जा ही रही थीं|मुझे देख कर मेरी आंटी कहा, आ गया … चल उधर कमरे में चला जा| मैं अभी आती हूँ|मैंने कहा, ओके चाची|

कुछ देर में आंटीआई और ने मेरी तरफ देख कर कहा, अंकित यार | … मुझे मेरे पैरों में बड़ा दर्द हो रहा है| तुम मेरी पैरों पर थोड़ी सरसों के तेल की मालिश कर दो|मैंने सही मौक़ा देखा और हां कर दी|

आंटी कहा, तो मैं तेल गर्म करके लाती हूँ|मैंने कहा, ठीक है चाची!मैं खुश हो गया कि अब आंटीके बदन को छूने का मौक़ा मिलेगा|पांच सात मिनट बाद आंटीएक मस्त नाइटी पहन कर कमरे में आ गईं|

उनकी ये नाइटी सामने से खुलने वाली थीं, जो एक डोरी से बंधी थी| साफ़ दिख रहा था कि आंटी अन्दर ब्रा नहीं पहनी थी, पर पेंटी का मालूम नहीं चल रहा था कि पहनी है या नहीं|

तेल की कटोरी मुझे देकर आंटीपैर फैला कर बिस्तर पर लेट गईं| मैं उनके पैरों पर मालिश करने लगा|आंटी अपनी टांगें घुटने से उठा ली जिससे उनकी नाइटी से कुछ अन्दर का झांकी दिखने की पोजीशन बन गई थी |

लेकिन तब भी अभी कुछ दिख नहीं रहा था| मैं उनके पैर की पिंडली पर मालिश करने लगा| आंटीको बड़ा मजा आने लगा था| मैंने उनके दोनों पैरों की बढ़िया से मालिश की| इससे आंटीको बड़ा अच्छा लगा|

फिर उन्होंने कहा, तू तो बड़ी अच्छी मालिश कर लेता है| जरा मेरे हाथों और बाजू की भी मालिश कर दे|मैं आंटी की बगल में बैठ कर उनकी बाजू और कन्धों की मालिश करने लगा|

तभी मुझे एक आईडिया आया, मैंने ऊंघने का नाटक किया और तेल की कटोरी आंटीके पेट पर गिरा दी|इस तरह सारा तेल उनकी नाइटी पर मम्मों के पास गिर गया और आंटीके मम्मों पर चला गया| मैं उसे साफ करने लगा|

तो आंटी कहा, ओये | … एडवांटेज मत ले, मैं अपने आप साफ कर लूंगी|मैंने उनकी तरफ डरते हुए देखा, पर उन्होंने ये मज़ाक में कहा था|आंटी दूसरे कमरे में चली गईं और दूसरी नाइटी पहन आईं| ये नाइटी एक फ्रॉक जैसी थी|

मैंने उनसे कहा, आंटीआप इस नाइटी में बड़ी अच्छी लग रही हैं|वो मुस्कुराते हुए आकर लेट गई| मैंने भी उनकी मालिश शुरू कर दी|कुछ ही देर में उनकी मालिश हो चुकी तो वो बोलीं, बस अब रहने दे|

मैंने धीरे से कहा, मेरे बदन में भी दर्द हो रहा है| आंटीप्लीज़ आप मेरे भी पैरों और पीठ की मालिश कर दो|वो पहले तो मुझे घूरने लगीं और हंसते हुए बोलीं, तेरी मालिश वाली जल्द ही लानी पड़ेगी|

मैं उनका अर्थ समझते हुए गर्मा गया|लेकिन मैंने भी यूं ही तुक्के में कह दिया, जब तक वो नहीं आती, तब तक आप ही मालिश वाली बन जाओ ना|और मैंने अपनी शर्ट उतार दी| नीचे मैंने छोटी सी निक्कर पहनी हुई थी|

आंटी भी मेरी बात को कुछ समझ लिया था| वो मेरे बदन की मालिश करने लगीं|उसी समय मेरे लंड ने हरकत करनी शुरू कर दी| मैंने जानबूझ कर आंखें बंद कर लीं और नींद आने का बहाना करने लगा|

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चुदक्कड़ आंटी की चुदाई की प्यासी - Aunty Sex Story

आंटीके कोमल हाथों की मालिश से मेरा लंड खड़ा हो गया था| आंटी मेरे लंड को खड़ा होते देख लिया|इधर मैं सोने का ड्रामा कर रहा था|उन्होंने मेरी निक्कर के नीचे से हाथ डाला और मेरे लंड के पास की मालिश करने लगीं|

ये देख कर मुझे समझ आ गया कि आंटी आज चुदने का मूड बना लिया है| मैंने कुछ भी नहीं किया, लेकिन उनके स्पर्श से मेरे लंड ने हिचकोले लेना शुरू कर दिया|आंटी आव देखा न ताव … उन्होंने मेरे लंड को पकड़ लिया |

दोनों हाथों से लंड की मालिश करने लगीं| तभी मुझे रहा नहीं गया और मैं उठ गया|मैंने आंटीसे कहा, ये आप क्या रही हो?वो बोलने लगीं, ये भी मालिश करवाने के लिए खड़ा हो गया था, तो सोचा कि इसकी भी मालिश कर दूँ|

ये कहते हुए आंटी मुझे आँख मार दी| मैंने भी मौके पर चौका मार दिया और कहा कि लंड की मालिश करने से आपकी चुत में खुजली नहीं हो रही होगी?आंटी मेरे मुँह से लंड चुत सुना |

तो उन्होंने मेरे लंड को चूम लिया और बोलीं, तो तुम मेरी चूत की भी मालिश कर दो ना … सोच क्या रहा है, आजा जल्दी से कर दे|मैंने आंटीके दूध दबाते हुए कहा कि मेरा लंड का साइज़ तो देख ही लिया है|

आपकी चूत फट जाएगी , बहुत दर्द होगा देख लो|आंटी लंड रगड़ते हुए बोला, वही दर्द तो लेना है|मैंने आंटीकी नाइटी खोल दी| अब वो सिर्फ पैंटी में ही थीं|मैं उनके मम्मों को चूसने लगा |

आंटी के एक दूध के निप्पल को अपने होंठों के बीच दबा कर कुछ मिनट तक चूसता रहा| आंटीबोलीं, सिर्फ एक ही चूसेगा या दूसरा भी चूसेगा|

मैंने आंटी के दूसरे निप्पल को भी खूब चूसा और उसी के साथ पहले वाले दूध को रगड़ कर खूब मसला|आंटी आह भरना शुरू कर दिया था|

दस मिनट बाद आंटी मुझे रोकते हुए कहा, चूसने का मजा मुझे भी लेना हैमैंने अपनी निक्कर उतार दी और लंड हिलाने लगा| आंटीएक रंडी के जैसे मेरे लंड के पास आईं

मेरे खड़े लंड को पकड़ कर चूसने लगीं| आंटीकाफी मस्ती भरे अंदाज से लंड के सुपारे को चाट रही थीं, लंड को गले तक ले रही थीं और साथ ही मेरे टट्टों को भी चूस चाट रही थीं|

आंटीकाफी देर तक लंड चूसती रहीं| मैं भी उनके मम्मों मसलता रहा| अब वो सिसकारियां लेने लगी थीं| कमरे का माहौल गर्म हो गया था|फिर मैंने आंटीसे कहा, आंटी69 की स्थिति में आ जाओ|

मुझे भी आपकी चूत का रस चाटना है|वो इतनी अधिक चुदासी हो गई थीं कि उनकी भाषा बदल गई| वो मुझे बोलीं, भोसड़ी के तू मुझे आंटीनहीं, रंडी बोल मादरचोद|मैंने भी गाली दी

कहा, आ जा भैन की लौड़ी … साली मेरी रंडी आज तेरी चूत के चिथड़े उड़ा दूँगा|आंटी मादक अंदाज से अपनी गांड हिलाते हुए उठीं और पेंटी उतार कर उल्टी होकर लेट गईं|

अब मैं उनकी चूत को चाटने लगा और वो मेरे लंड को चूसने लगीं|कुछ देर बाद आंटीबोलीं, आ जा भड़वे … अब लंड पेल दे|ये सुनकर मैं आंटीके पैरों के बीच आ गया|

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चुदक्कड़ आंटी की चुदाई की प्यासी - Aunty Sex Story

मेरे लंड को आंटी चूस चूस कर चिकना कर दिया था|आंटी भी अपनी टांगें हवा में उठाकर चूत खोल दी थी|मैंने लंड का सुपारा आंटीकी चूत की फांकों में लगाया|

एक ही झटके में अपना 8 इंच का लंड अन्दर डाल दिया|मैंने एकदम से पूरा लंड अन्दर घुसेड़ा, तो आंटीकी माँ चुद गई और वो बहुत जोर से चिल्ला दीं

उम्म्ह … अहह … हय … ओह … मादरचोद … फाड़ दी भैन के लौड़े ,मैं लंड पेले हुए यूं ही रुक गया और उनकी चूचियों को दबाने लगा| थोड़ी ही डर बाद आंटीको राहत मिल गई और वे शांत हो गईं|

मैंने अब भी कुछ नहीं किया, तो आंटी नीचे से गांड हिलाई और कहा, अब चोद बे … ऐसे ही डाले पड़ा रहेगा क्या?मैं धीरे धीरे से चूत में धक्के देने लगा| फिर मैंने झटकों की स्पीड अचानक से तेज कर दी और फास्ट सेक्स स्टार्ट कर दिया|

आंटी चीखने लगी थीं, आह मर गई … बाहर निकाल भोसड़ी के … दर्द हो रहा है|पर मैंने उनकी एक भी ना सुनी और चोट मारता रहा|वो गंदी गालियां निकाल रही थीं, भोसड़ी के बाहर निकाल मादरचोद … छोड़ दे मुझे कमीने

बहन के लौड़े निकाल … वर्ना तेरे चाचा को कह दूँगी|मैंने कहा, साली रंडी बनने का इतना शौक था, तो अब रंडी ही बना कर छोडूंगा … मादरचोदी … जा किसी से भी जा कर कह देना … जब तक लंड का पानी नहीं निकल जाता

तब तक लंड नहीं निकलेगा … भोसड़ी की … आज तेरी फाड़ कर ही तुझे छोडूँगा साली रंडी|वो चिल्लाती रहीं और मैं पेलता रहा| कोई पांच मिनट बाद लंड की चूत से दोस्ती हुई, तब आंटीको मजा आना शुरू हुआ|

मैंने कई मिनट तक तेज झटके मारने के बाद कहा, बोल रस कहां निकालूं?तो आंटी रंडी ने बोला, आह मेरी चूत में ही निकाल दे कमीने||मैंने 5 मिनट बाद आंटीकी चूत में ही रस निकाल दिया|

मेरी आंटी बाद में बताया कि उनका अब तक दो बार हो गया था|थोड़ी देर बाद मैंने लंड को निकाला और आंटीके सामने कर दिया| आंटी लंड को चाट कर साफ कर दिया|मैं कुछ देर बाद फिर से चुदाई के लिए तैयार हो गया|

मेरी आंटी सेक्स के लिए दुबारा तैयार थी, मेरे लंड को खड़ा करके आंटी कहा, बता अब कहां डालेगा?मैं समझ गया कि आंटीअपनी गांड में डालने को कह रही हैं| मैंने रंडी आंटीको कुतिया बना कर उनकी गांड में लंड का सुपारा पेल दिया|

आंटी की गांड फट गई, लेकिन तेल की कटोरी से तेल टपका टपका कर मैंने आंटीकी गांड को खूब मजे से मारा और उनकी गांड में ही झड़ गया|फिर हम दोनों साथ में नहाने चले गए|

उस पूरी रात में हम दोनों ने कई बार चुदाई की| मैंने आंटीकी चूत को रंडी का भोसड़ा बना दिया| उस रात सुबह चार बजे तक सिर्फ सेक्स ही चला … हम दोनों पूरी रात नहीं सोये|सवेरे तो मेरी आंटीचल भी नहीं पा रही थीं|

अब हम दोनों ऐसे ही रोज चुदाई का खेल खेलने लगे थे| चाचा दस दिनों के लिए बाहर गए थे| तो ये मजेदार सेक्स का खेल पूरी पूरी रातों में ऐसे ही तक दस दिनों तक चला|

चाचा के आने के बाद भी हम दोनों टाइम निकाल कर दिन में भी चुदाई का मजा ले लेते थे| दिन में भी एक दो राउंड आंटीसेक्स के हो जाते थे|एक बार घर पर कोई नहीं था| उस दिन मेरे पांच दोस्त घर पर आए हुए थे|

घर पर आंटीको मिला कर हम 7 लोग थे|आंटी मुझे बुला कर कहा, किसी तरह से अपने दोस्तों के साथ मेरी चूत की खुजली मिटवा दो|मैंने आंटी सेक्स की इस अनोखी इच्छा से हैरान होते हुए आंटी से पूछा, सबका एक साथ लोगी?

आंटी मुझे चूमते हुए कहा, हां आज बड़ी इच्छा हो रही है|मैं राजी हो गया| मैंने अपने दोस्तों से कहा, यार आंटीजी का मन हो रहा है| उनके साथ सेक्स करना है|मेरे दोस्त फ्री में चुत की जुगाड़ मिलने की बात सुनकर एकदम से राजी हो गए|

आंटीजी हम सभी को अपने कमरे में ले गईं|मैं तो नीचे लेट गया और आंटी की गांड मारने लगा| अनिल ने चूत में लंड पेल दिया था| कुमार और विनोद ने दोनों चूचों को पकड़ लिया|

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चुदक्कड़ आंटी की चुदाई की प्यासी - Aunty Sex Story

आंटी उन दोनों के लंड हाथ में पकड़ कर आगे पीछे कर रही थीं| अभिषेक ने आंटीके मुँह में लंड डाल रखा था| इस तरह कोई भी जगह या छेद खाली नहीं छोड़ा गया था,आखिरी में तो आंटी की गांड चुत और उनके मुँह का कबाड़ा हो गया था|

हम सब जब झड़ने को हुए, तो आंटी सारा पानी अपने मुँह में ले लिया और पी गईं|उस दिन मुझे पता लगा कि आंटी सेक्स के लिए कितनी ज्यादा प्यासी हैं| तब के बाद से जब भी घर में कोई नहीं होता है

हम सब आंटीके साथ ग्रुप सेक्स का मज़ा ले लेते हैं|दोस्तो, आप सब जरूर बताना कि आपको मेरी ये आंटी चुदाई की कहानी कैसी लगी|

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