Antarvasna Story

हिंदी की सेक्स कहानियाँ पढ़े और लुप्त उठाएं

माँ बेटा चुदाई

बस के सफर के साथ माँ की चुदाई का सफर- Maa Beta Sex Story

हैलो दोस्तों! कैसे हो आप सब उम्मीद है नए साल पर सब खूब मज़े कर रहे होंगे। मै आशा करता हूँ कि नए साल मे सभी लंडधारियों के लंड,चूत की गहराइयों मे पड़े रहे,और चूत की रानियों की चूतें दनादन मोटे लंड, चूत मे पिलवाती रहें।

तो दोस्तों ये कहानी मेरी और मेरी माँ की बस मे हुई दमदार चुदाई के बारे मे है। तो चलिये ज्यादा टाइम वेस्ट ना करते हुए आते है अपनी कहानी पर!

दोस्तों ये कहानी 2019 की है,जब मै बरहवीं क्लास में था। तब मेरी उम्र 19 साल थी और मेरी माँ की उम्र 34। मेरी माँ एक हाउस वाइफ है। उसका फिगर किसी साउथ इंडियन हीरोइन जैसा है थोड़ा सा मोटा लेकिन बहुत ज्यादा हॉट।

ये कहानी तब की है जब मै और मेरी माँ इंदौर से कोलकाता जा रहे थे वॉल्वो की एक बस में। हम लोग ने एक पूरा कम्पार्टमेंट बुक कर लिया था AC वाला।

बस रात के 11 बजकर 30 मिनट पर निकलनी थी और हम 11 बजे ही बस स्टैंड आ गए थे। बस एकदम टाइम पर ही आ गयी ठीक 11:30 पर। हम लोग बस में चढ़े और अपने कम्पार्टमेंट मै जा कर बैठ गए।

माँ साथ में कुछ नाश्ता ले कर आयी थी। पहले हमने वो खाया उसके बाद माँ सोने चली गयी और मै मोबाइल में हेडफोन्स लगा कर मूवी देखने लगा। कुछ देर बाद मैंने माँ को देखा तो वो एकदम गहरी नींद में थी। तो मैंने सोचा यही मौका है हिला लेता हूँ।

माँ मेरी बाजू में ही सोयी थी। हम दोनों के नीच मे ज्यादा गैप नहीं था। इसीलिए मै थोड़ा साइड हुआ ताकि थोड़ा गैप आ जाए और माँ जाग ना जाए।फिर मैंने अपने मोबाइल पर देसि सेक्स स्टोरीस वेबसाइट स्टार्ट किया।

मुझे पहले से ही माँ बेटे की चुदाई कहानियाँ बहुत पसंद थी और मै हमेशा उन्हें पढ़ कर ही मुठ मारा करता था। आज भी मैंने वही किया एक माँ बेटा की चुदाई की कहानी खोली और अपना लंड पैंट में से बहार निकल कर हिलाना स्टार्ट किया।

बस के सफर के साथ माँ की चुदाई का सफर- Maa Beta Sex Story

मेरे साजन चोदने में अनाड़ी मै सजनी चुदवाने में खिलाड़ी- Hindi me Chudai

मै हिलाने में इतना खो गया के मैंने ध्यान ही नहीं दिया के मैंने मेरे और माँ के बीच मै जो गैप रखा था वो अब ख़तम हो गया है। और मै माँ से चिपक कर मुठ मार रहा हु। मेरी मुठ मारने की रफ्तार भी तेज़ हो गयी। तभी अचानक से मेरी माँ हिली और जैसे ही वो हिली मै मोबाइल बंद कर के सो गया।

माँ उठी और उन्होंने मुझे देखा। शायद मै मुठ मारने में इतना हिल रहा था के माँ जाग गयी थी। मै तब सोने की एक्टिंग करने लगा। माँ ने थोड़ी देर इधर उधर देखा फिर वापिस सोने चली गयी।

मैंने कुछ देर वेट किया के माँ वापिस सो जाए अच्छे से फिर ही मै वापिस मुठ मारना चालू करू। कुछ देर बाद मुझे लगा के हां अब माँ सो गयी है। तो मैंने वापस स्टोरी खोली और लंड बाहर निकल कर मुठ मारना चालू किया इस बार मैंने गैप रखा। मै मुठ मार रहा था स्टोरी पढ़ते पढ़ते।

तभी मैंने मोबाइल साइड पर रख दिया और पुरे जोश मे मुठ मारने लगा। लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जिससे उस वक़्त मेरी धड़कन ही रुक गयी। मेरी माँ ने अचानक से मेरा हाथ जो मेरे लंड को पकड़ा हुआ था उसे पकड़ लिया।

मैंने झटके से अपना हाथ खींच लिया लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जो मैंने कभी लाइफ मे सोचा भी नहीं था।

मेरी माँ ने मेरा लंड अपने हाथ मे पकड़ लिया। मेरा लंड जो पहले से ही 8  इंच का है वो पूरा हार्ड हो गया। पहले तो माँ ने कुछ वक़्त सिर्फ लंड पकड़े रखा और कुछ नहीं किया।

लेकिन फिर कुछ टाइम बाद उन्होंने धीरे धीरे अपना हाथ ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया। मै तो मानो सातवें आसमान पर था। मेरी अपनी माँ जिसके बारे में सोच कर मै रोज मुठ मारता था। वो आज खुद ही मेरा लंड हिला रही है।

माँ धीरे धीरे मेरा लंड हिला रही थी आराम आराम से।। बीच बीच मे मेरे मुँह से आह्ह्ह्हह आह्ह्ह्ह की आवाज भी निकल जाती। तभी मैंने सोचा यही मौका है मुझे भी बात आगे बढ़ानी चाहिए।

मैंने अपना एक हाथ माँ के बूब्स पर रख दिया और उनका राइट वाला बूब मै कुर्ते के ऊपर से ही दबाने लगा। माँ भी अब हिलाने की स्पीड बढ़ा रही थी। तभी मैंने हाथ कुर्ते के अंदर डाल कर ब्रा के अंदर से बूब्स को पकड़ लिया और अच्छे से मसलने लगा।

माँ भी अब आह्ह्ह आह्ह्ह्हह की आवाजे निकाल रही थी।। तभी मैंने अपना हाथ माँ की ब्रा मे से निकालकर उनकी चूत पर रख दिया। और सलवार के ऊपर से ही चूत सहलाने लगा। माँ भी अब धीरे धीरे जोश मे आ रही थी। और यही बात देखते हुए मैंने हाथ माँ की सलवार के अंदर डाल दिया और चूत मसलने लगा।

माँ अब पूरी कांपने लगी थी और उनकी सासे भी तेज़ हो गयी थी। ज्यादा देर ना करते हुए मैंने माँ की चूत में अपनी 2 ऊँगली डाल दी। माँ के मुँह से हलकी से चीख निकल गयी। और माँ पूरी काँप गयी और जोर जोर से सांस लेने लगी।

तभी मैंने अपनी उंगलिया अंदर बहार करना चालू कर दी। पहले धीरे धीरे लेकिन फिर धीरे धीरे मैंने अपने उँगलियों की रफ़्तार बढ़ा दी। माँ अब पूरी तरह से मजा ले रही थी।

उन्होंने मेरा लंड कस कर पकड़ लिया था और उसे जोर जोर से हिला रही थी। 10 मिनट ऐसे ही माँ की चूत मे ऊँगली करने के बाद माँ झड़ गयी। मै उठा और माँ के ऊपर लेट गया और माँ के होंठों पर किस किया। माँ भी मेरा साथ दे रही थी।

हम दोनों स्मूच करने लगे और कमसे कम हमने 15 मिनट तक स्मूच किया। इस स्मूच के बीच ही मैंने माँ की कुर्ती और सलवार दोनों उतार दी। माँ अब ब्रा और पैंटी में थी और माँ ने भी मेरी टीशर्ट और पैंट निकाल दी।

मै अब सिर्फ चड्डी मै था। तभी मैंने किस बंद किया और माँ की ब्रा निकाल दी। और एक छोटे बच्चे की तरह माँ के बूब्स को चूसने लगा।

मै मुँह से माँ का राइट वाला बूब्स चूस रहा था और एक हाथ से माँ का लेफ्ट वाला बूब दबा रहा था। और दूसरा हाथ से मै माँ की चूत सहला रहा था। फिर मै माँ के लेफ्ट वाले बूब को चूसने लगा और राइट वाले को दबाने लगा।

माँ अब मेरे मुँह को उनके दोनों हाथो से अपने बूब्स मे दबा रही थी। ऐसे ही 10 मिनट तक बूब्स चूसने के बाद मै नीचे गया और माँ की पैंटी भी निकाल दी। अब माँ मेरे सामने पूरी नंगी लेटी थी। वाहहहह! क्या नजारा था वो।

पहले मैंने माँ की चूत को एक बार सूंघा। चूत की खुशबू से मुझे मानो नशा हो गया हो। फिर मैंने अपनी जुबान से माँ की चूत को एक बार चाटा। माँ ने मेरे बाल पकड़ लिए फिर मैंने मेरी जुबान माँ की चूत के अंदर डाल दी। ऐसा करते ही माँ ने एक लंबी सिसकारी भरी आह्ह्ह्हह्हह… ऐसे ही करो बेटा।।

बस के सफर के साथ माँ की चुदाई का सफर- Maa Beta Sex Story

जवानी के जोश में मामा के बेटे से चुदवया -Bhai bahan sex story

ये सुनते ही मै पूरी तेज़ी से अपने जुबान को माँ की चूत के अंदर बहार करने लगा। और माँ की चूत चूसने लगा माँ पागल हो रही थी। पूरी ताकत से मेरे सर को अपनी चूत मे दबा रही थी। और बोल रही थी ‘हां बेटा ऐसे ही ऐसे ही चूस अपनी माँ की चूत को।

माँ के मुँह से “चूत” शब्द सुनकर मेरा और खड़ा हो गया और मै पागलो की तरह चूत चाटने लगा। कुछ देर बाद माँ ने मेरा सर ऊपर किया और बोली अब मेरी बारी। और मै समझ गया की अब मुझे ब्लो जॉब मिलने वाला है।

मै तभी माँ के बाजू मै लेट गया और माँ अपने घुटनो पर आ गयी। पहले उन्होंने मेरे लंड को अपने हाथ मे पकड़ा और उसे दो तीन बार हिलाया। फिर लंड के ऊपर एक किस किया, फिर एक एक करके पुरे लंड पर किस किया। और फिर एक ही बार मै मेरा पूरा लंड अपने मुँह मै ले लिया।

मै तो वही पागल हो गया और माँ के बाल पकड़ कर उनका मुँह चोदने लगा। माँ एक दम अच्छे से मेरा लंड चूस रही थी, पूरा अंदर तक ले कर। तभी मैंने कहा ‘चूसो माँ ऐसे ही अच्छे से चूसो मेरा लंड।

और माँ मेरा लंड चूसती गयी। 10 मिनट ऐसे ही चूसने के बाद मै माँ के मुँह मै ही झड़ गया। माँ मेरा सारा माल पी गयी, एक बून्द भी नीचे नहीं गिरने दिया। और फिर माँ मेरे पास आ कर लेट गयी और हम दोनों स्मूच करने लगे।

मै अपने हाथो से कभी माँ के बूब्स दबा देता तो कभी उनकी चूत के साथ खेलता। तो कभी उनके बूब्स चूसता और माँ भी अपने हाथो से मेरे लंड के साथ खेल रही थी। और कुछ ही टाइम मे मेरा लंड वापिस खड़ा हो गया।

मैंने माँ को देख कर स्माइल किया और माँ समझ गयी। वो मेरे नीचे लेट गयी और मै उनके ऊपर आ गया। पहले मैंने मेरा लंड का सुपाड़ा उनकी चूत पर रखा और उसे वही थोड़ा रगड़ता रहा।

माँ बोल पड़ी! माँ – बस्स्स बेटा अब और कितना तड़पाएगा अपनी माँ को? अब डाल भी दे।। तभी मैंने एक ही बार मे पूरा लंड माँ की चूत मे डाल दिया। माँ चिल्ला उठी ‘आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह!!!!! मार डाला रे बेटा तूने तो!! आराम से कर थोड़ा।।

लेकिन अब मै माँ की कहा सुनने वाला था। मै जोर जोर से माँ की चूत मे शॉट मारने लगा। माँ भी गांड उछाल उछाल कर मेरा साथ दे रही थी। माँ के मुँह से आह्ह्ह्हह बेटा चोद!

तेज़ चोद! फाड़ दे मेरी चूत! ऐसे वर्ड्स सुनकर मै और जोश में आ गया। तभी माँ ने मुझे नीचे आने का इशारा किया। मै नीचे लेट गया और माँ मेरे ऊपर चढ़ गयी और मेरा लंड अपनी चूत में ले कर ऊपर नीचे होने लगी।

मै भी आह्ह्ह्हह आह्ह्ह्ह करने लगा माँ भी आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह कर रही थी।।पूरा बस का कम्पार्टमेंट आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह और छप छप की आवाज से भर गया था।। अब मै भी स्पीड में माँ को शॉट मार रहा था।

माँ समझ गयी के मेरा होने वाला है और माँ ने उछलने की रफ़्तार बढ़ा दी। और तभी मै माँ की चूत मे ही झड़ गया। माँ मेरे ऊपर आ कर लेट गयी और हम दोनों वैसे ही नंगे ही सो गए।

तो दोस्तों आपको ये माँ बेटा की चुदाई की कहानी कैसी लगी कमेंट करके ज़रूर बताएं।

और कहानियाँ पढ़ें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *