Deprecated: Function WP_Dependencies->add_data() was called with an argument that is deprecated since version 6.9.0! IE conditional comments are ignored by all supported browsers. in /home/antarvas/domains/antarvasnastory.net.in/public_html/wp-includes/functions.php on line 6131

Antarvasna Story

हिंदी की सेक्स कहानियाँ पढ़े और लुप्त उठाएं

Antarvasna

पड़ोसन दीदी को उसी के घर में लुंड दिया (Antarvasna)

हाय मेरे नाम मनोज है मैं 24 साल का हूं और मैं अभी गुजरात ही हूं। मैंने वहां से मेरी इंजीनियरिंग की है ये 6 माहिन के पहले की बात है। माई एक रेंट के घर में रहता था वहा पे एक फैमिली रहती थी। मैं उनको दीदी भैया बुलाता था और उनको एक 4 साल की बेटी थी। वो मुझे हमेशा खाना खाने बुलाए काटे वो भइया एक एमएनसी ने एक दिन वो दीदी में मुझे आवाज दी। बोली मनोज जल्दी ऊपर आओ मैं भगते हूं ऊपर पाहुचा तो बोली किचेन में कॉकरोज है यूज भगा दो प्लीज पर मारना नहीं। ऐसे कह के अंदर गया और कॉकरोज को बाहर भगा दिया।

फिर दीदी ने अपनी भाची के लिए खाना बनाया उसे स्कूल जाना था। और उस दिन मुझे कॉलेज नहीं था तो दीदी बोली रुको मैं तुम्हें कुछ खाने को देती हूं। फिर दीदी ने अपनी भाची को तैयार करवा और निचे चली गई वन के पास छोड़ने। तब माई अंडर गया पानी लेने के लिए तो मिले वक्त बेडरूम में देखा तो दीदी ने अपनी ब्रा और पैंटी राखी हुई थी। वो ब्लैक कलर कि मैं भगते हुए भर जाके देखा तो दीदी आला ही द। फिर तुरत माई अंडर गया और दीदी की पैंटी को सुनने लगा। वो थोडी गिली द मेन सुंघा तो आह का महक आ रही द। फिर थोड़ा चाट के देखा तो नमकीन लग रहा था। तब तो मेरा लुंड खड़ा हो गया था दिल तो कर रहा था के छुपा के घर ले जौ। पर नै कर सकत था नन। फिर माई हॉल में आके भीग गया। फिर दीदी आई और मुझे खाने के लिए 4 परहते और अचार दी और बोले तुम भीथो में नहीं के आती हूं। माई बोला ठीक है।

Antarvasna

और पढ़े : Hindi Sex Story

फिर दीदी नहाने चली गई मेरा तो इरादा ही बदल गया था दीदी के पैंटी की महक लेके तब से मेरे दिल में दीदी को छोड़ने का खाया आने लगा। फिर मैं परोठे खाने लगा तो अचार खाता होगा तो मैं दीदी को आवाज लगाता हूं पूछा दीदी अचार कहा है। वो बोली रसोई में टेबल पर रखा है। पर मैंने ऐसे दिखाया के कुछ सुनाई नहीं दिया। फिर दीदी ने हल्का सा बाथरूम का दरवाजा खोला और अपना हाथ बाहर निकाल के दिखाने लगी। तो मैं बड़ी प्यासी और छोड़ने की नज़र से दीदी को देखा और अचार लेके हाल में आया। मेरा तो लंड एकदम टाइट था दिल कर रहा था बाथरूम में गुश कर दीदी को छोड़ डालू। पर इतनी हिम्मत कहा थी। माई धीरे से बेडरूम में गया और देखा तो दीदी ने बाथरूम का दरवाजा थोड़ा खुला ही रखा दिया था मैं। चुपके से दीदी को नहते हुए देखा रहा था। उफ्फ्फ्फ दीदी का गोरा बदन मस्त गोल गोल गंद उफ्फ मैं तो पूरी तरह पागल हो गया था। दिल तो किया अंडर गश जौ पर मालुम नै था ना के दीदी मुझे से चुदवाये जी या नहीं।

माई 4-5 मिनट तक देखता रहा बस दीदी की गांड और बैक साइड ही देखने मिला पर वू भी क्या था दीदी का मस्त गांड पुरी तरह पानी से भीगी हुई वही। मैंने देखा तो दीदी अपना बदन पोछ रही थी। माई तुरंत हॉल में आ गया दीदी अपना गौं पहन के और बोले कैसे द परोठे माई दीदी की गोल गांड याद कर के बोला एकदम मस्त द खास और थोडे मिल जाते। तो दीदी बोले रुख जा बना के देती हूं। माई बोला बस महसूस भर गया है और कभी कहुगा आउ। माई घर आ गया फिर मेरे दिमाग में दीदी के गांड ही नज़र आ रही थी फिर मैंने प्लान करना चालू कर दिया के दीदी को कैसे छोड़ जाए।
एक दिन वो भैया और उनकी बेटी उनके मम्मी पापा के यहां गए थे। वो दिन संडे का था और मैं उस दिन हमेशा लेट उठा कर्ता हूं। मैंने एक दम बाय करने की आवाज सुनी तो पता चल गया कि वो भैया उर बच्ची नाना के यहां गए हैं। अब मैं सोचने लगा हूं दीदी को कैसे छोडना चाहिए। तो अपनी तबीयत खराब होने का नाटक किया और दीदी को कॉल करके निचे घर पर बुलाया। दीदी आने से पहले मैंने अपने चढ़ाई उतर दी सोचा दीदी को अपने लुंड का दर्शन करवाउ। फिर दीदी की आने की आवाज़ आई और मैं उल्टा लेट गया। दीदी अंडर आई और बोले क्या हुआ मनोज? माई बोला मलम नै पर भहुत थंड लग रही है और भुखर जैसा बी लग रहा है। दीदी बोली दिखा सीधा चलो जा माई देखती हूं बुखार है या नहीं। माई सीधा हो गया तो मेरा लंड एक दम टाइट था। दीदी ने पहले माथे पे देखा तो बोली है पर जड़ तो नई लग राग है। इतना बोलते ही मैं थोड़ा करने लगा और बोला पर बहुत ठंडी लग रही है। तब दीदी की नजर एक दम मेरे खड़े टाइट लुंड पे पड़ी तो कुछ सेकंड के लिए तो वो देखते ही रह गए। फिर एकदुम से एक बेडशीट लेके मेरे कंबल के ऊपर दाल दी और बोली रुख जा मैं देखती हूं कोई मेडिसिन है क्या घर पर। माई बोला ठीक है।

 

Antarvasna

और पढ़े : Bur Chudai

फिर दीदी ने कुछ देर में कॉल किया और पूछा क्या चाय पीयोगे। तो माई हा बोला तो दीदी बोली एक काम करो तुम ऊपर ही आ जाओ यही आराम करना और टीवी देखना लेना तो अच्छा लगेगा। तो मैं बोला ठीक है। फिर मैं ऊपर चला गया पर मैंने अपनी चढ़ाई नई पहनी और एक शॉर्ट ही पहन के चला गया।

फिर वहा जाके दीदी के बिस्तर पर लट गया। दीदी ने चाय दी बोले गरम गरम है जल्दी से पेशाब लो। मैं दिल में बोला इस्तेमाल जड़ तो आप हो दीदी एक बार छोड़ने दो कसम से आप को पागल कर दुगा। दीदी डोली क्या सोच रहे हो मैं बोला कुछ नहीं यही के आप कितना मेरे खाया रख हो। दीदी बोली हैं पागल तू तो अपना है फिर क्यों ऐसा सोचता है तू छै पी मैं थोडे काम निप्ता के आती हूं फिर बात करूंगा। माई फिर चाय पाइन लगा और सोने का नाटक करने लगा। कुछ देर बात मैं देह तो दीदी जादु करत रही थी बेड रूम में तो दीदी के गिरे गोर तोल (स्तन) दिखाई दे रहे थे। मेरा तो लंड फिर खड़ा हो गया। माई चुप चुप के दीदी के स्तन देखा कर मस्त भूलभुलैया ले रहा था। फिर एक दम से मैं जोर जोर से खापने लगा। दीदी ने जादू छोडा और बहते हुए मारे पास आ के बोली क्या हुआ मनोज? माई कप्ते हुए बोला ठंडा लग रही है तो दीदी में और एक कंबल मेरे ऊपर डाल दी फिर भी मैं कप रहा था और दीदी को बोला मेरे पास भाईथो दीदी। तो दीदी एकदुम से मेरे पास रहती और मेरे सर पर अपना हाथ फिरने लग गई। फिर मैं बोला दीदी मुल्हे बहुत जड़ ठंडा लग रही है तो दीदी बोली एक मिनट। दीदी गई और हॉल के डोर लॉक कर के आई और क्या हुआ एकदुम से तुम्हें मैं बोला कल रात को बारिश में भीग गया और आके बॉडी पोचा और सो गया तो दीदी ने पूछा सर पोचा था। माई बोला नै इसीलिये तुम्हारे बॉडी में ठंडी गुश गई है। तो मैं बोला अब क्या? तो दीदी बोली तेरे तो शादी भी नहीं हुई है नहीं तेरे ठंडी तो यू बैग जय।

Antarvasna

और पढ़े : Bhabhi Sex Story

मैं बोला कैसे दीदी तो बोले पागल तेरी बिल्ली होती ना तो तुम्हें गर्मी देती। मैं नादान बनके बोला वो कैसे दीदी मुझे तो कुछ नहीं समझ रहा है? दीदी क्या बोल रहे हो आप? तो दीदी बोली पागल वो तुझे अपने जिस्म की हिट देती है तो तू भी गरम हो जाता है। तो मैं बोला अब कैसे होगा मेरे तो मैं दीदी को धीरे आवाज में बोला क्या आप मुझे हिट डोंग? तो दीदी एकदुम शांत हो के बोली तुम पागल हो क्या क्या बोल रहे हो ये तुम मालुम है क्या? माई बोला सॉरी दीदी पर आपने ही मुझे बताया के ठंडी कैसे जाएगी तो मैं एकदुम से बोल दिया सॉरी। फिर दीदी बोली कोई बात नहीं पर हा मैं भी तुमको बॉडी हिट दे सकती हूं पर इसके बदले में तुमको एक काम काना होगा। मैं बोला क्या काम तो दीदी बोली वो तो मैं वक्त आने पे बताउगी मैं एकदुम खसुह हो गया और धीरे से बोला ठीक है दीदी। तो दीदी गई और लाइट ऑफ कर के मेरे पास आई और बोली के ये बात किसी को पता नहीं चलनी चाहिए। मैं बोला बिल्कुल नहीं दीदी किसी को नहीं मिलेगी। फिर दीदी धीरेसे मेरे कम्बल के अंडर आ गई और मुझसे लिपटा गई और मैंने भी दीदी को कस के पकड़ा लिया और मेरा लुंड तो इतना टाइट हो गया कि दीदी के बॉडी को टच हो रहा था। माने दीदी से कहा के दीदी आप बहुत हॉट और सेक्सी हो। दीदी जल्दबाजी में हुई बोली चल चल झूट मत बोल। माई बोला कसम से दीदी ऐप बहुत सेक्सी हो। दीदी बोले पहली बार मुझसे किसी में ऐसे कहा है। मैंने पूछा क्यों भैया में कभी नहीं बोला क्या? तो दीदी बोली क्या बताऊ भैया को काम से फुरशता मील तो ना वो तो मेरी प्यास तक नई भुजाते। तो मैं बोला प्यार ?? दीदी बोली हा रे मेरे बदन के प्यार। तो मैं बोला क्या मैं भुजा दू आपके प्यार। तो दीदी शर्मा गई और बोली हैं हट पागल तो मैंने धीरे से अपना हाथ दीदी के पेटीकोर्ट के अंडर डेटा और दीदी के तोल (स्तन) बदने लग गया। दीदी ने मुझे एक दम कास के पकड़ लिया और अपना मुह मेरे मुह में दे के लिप किस करने लगी।

उउउउउउम्म्म्म्ह्ह दीदी के नरम नरम होठ और गरम गरम साण और मैं दीदी को जूर से चुनने और दागने लगा। फिर मैंने धीरेसे अपना हाथ दीदी एल पेंटी में डाला तो दीदी के छूट से पानी आ रहा था। और उनकी छूट बहुत ही गरम हो गई थी। जैसे मैंने दीदी के चुत को सहलाना चालू किया दीदी के मुह से आआआआआआआह्ह्ह्ह्ह आआआआह्ह्ह्ह आवाज़ आने लगी। और दीदी ने अपना हाथ से मेरे खड़े लंड को पकड़ लिया और जोर जोर से दबाने लगी. फिर दीदी को मैंने शुद्ध तरह से नंगा का दिया और दीदी ने मुहजे। और मैं दीदी के शुद्ध बदन को चुनने लगा और फिर मैंने दीदी के तोल मुह में लेके चुनने लगा; बहुत मज़ा आ रहा था। फिर मैंने दीदी की चटनी चालू किया तो दीदी तो पागल ही हो गई। जोर जोर से आवाज करने वाली आआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह चाटो मेरे चुत जोर से चाटो। माई तो दीदी की गिली नमकीन चट रही थी फिर दीदी ने मेरे लंड पकड़ लिया और बोली अब मैं तेरे लुंड को चतुगी। फिर हम दोनों 69 पोजीशन में आके एक दूसरे की चुत और लुंड चुनने लग गए। दीदी ने तो मेरे लुंड इतने जोर से चुसा के मेरे तो होश ही उद गए थे। फिर दीदी ने कहा के जल्दी से मेरी चुतत्तत्त की प्यास भुजाओ जल्दी। फिर मैंने अपना बड़ा सा लुंड दीदी के छुट पे रखा और धीरे धीरे गुसने लगा के तहत। दीदी की आवाज निकल रही थी धीरे डालो मरो दर्द दे रही है। मैने कहा दीदी की बात सुनता। मैंने तो अपना लुंड दीदी के छुट में पूरा पेल दिया। दीदी आवाज करने लगी मेरी चुत फड़ डाली धुन और वो सन के मैं दीदी को जोर से छोडने लगा दीदी आआहहहह अह्ह्ह्ह और जोर से और जोर से बोल के आआआआउउउउफ्फफ्फ्फ करने लगी। फिर मारा पानी निकल गया। फिर मैं दीदी को चुमते हुए कह के दीदी क्या मैं आप गांड में अपना लंड डाल सकता हूं।?

Antarvasna

और पढ़े : Desi Chudai

दीदी बोले नहीं मुझे बहुत दर्द देगा। तो मैं बोला नई दीदी मैं प्यार से आपकी गांड मरुगा। तो दीदी बोले हा हा जैसे तुम मेरी चुत मारी। माई बोला नई दीदी एक बार दे के तो देखो। दीदी बोली ठीक है आज तुझे वो द्वि देती हूं। फिर मैंने धीरे दे दीदी के गांड के पास गया और दीदी की गांड सुने लगा। मुझे तो दीदी की गांड बहुत पसंद थी फिर मैंने धीरे दे अपनी तोंग से दीदी गांड के गांड को चटने लगा। दीदी के गांड से तोही सी गुह(पॉटी) की महक आ रही थी। मुझे तो बहुत पसंद आ रही थी गंध की गंध। फिर मैंने दीदी से कहा के दीदी आप थोड़ा तेल मेरे लुंड पे लगा दो तो आपको दर्द नहीं देगा और अंदर भी आसान चलेगा। दीदी ने अपने हाथ में तेल लेकर मेरे टाइट और कहे लंड की मालिश करते हुए बोली तुम मेरी गांड बहुत पसंद है ना?? मैं बोला हां दीदी आपकी गंड के लिए तो मैं कुछ भी कर सकता हूं। दीदी बोली अच्छा क्या मैं बोला है आपकी गांड उफ्फ पागल बना दिया है मुझे। फिर दीदी डॉगी स्टाइल में भी गई और मैं खड़े हो के दीदी के गांड ने अपना लुंड गुसाने लगा।

पहले तो वो थोड़ा स्लिप हो रहा था फिर मैंने अपनी अनगली से दीदी के गांड के गदे के अंदर गुसाया। फिर अंदर भा कर रहा था क्योंकि दीदी के गांड का गड़ा बहुत ही जड़ा टाइट था फिर मैंने अपना लुंड दीदी के गंद के गदे के पास रखा और अंदर डालने लगा। दीदी बहुत आवाज़ कर रही थी आह धीरे आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआह्ह्ह मेरी गंड फैट गइइइइइइइआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह। और मैंने अपना लुंड पूरा दीदी के गांड में गुस्सा दिया। और जोर जोर से दीदी की गांड मारने लगा। दीदी को बहुत मज़ा आ रहा था। दीदी बोल राही था आआआआआआआआआआआआआआआआह्ह रहा है मारो। और मैं जोर जोर से दीदी के गांड मरता रहा फिर मियां अपना पानी दीदी के गांड में ही गिरा दिया। मेरे तो दिल बहुत भूलभुलैया ले रहा था दीदी की गांड जो मरर रहा था मैं। जब मैंने अपना लुंड बाहर निकला तो दीदी के गांड का गुह मेरे लुंड पे लगा हुवा था। फिर दीदी ने कहा ऐये ची जाओ धोके आओ इसी जल्दी। मैं बोला नहीं दीदी मुझे बहुत पसंद है आपकी गांड और आपकी गांड का गुह। दीदी बोली तुम तो एकदुम पागल हो मेरी गांड के लिए मैं। बोला हा दीदी एक दम पागल।

Antarvasna

और पढ़े : Marathi Sex Story

फिर माई और दीदी दोनो बाथरूम में गए। फिर दीदी ने शावर चाहू किया तो मैंने बंद कर दिया और दीदी को जुका के उनकी चोट लगने लगी। फिर उल्टा कर के दीदी की गांड चटा दीदी बोले हैं पागल गुह लगा होगा वह पे। माई कुछ नहीं सुना और दीदी के गांड गांड छूने लगा फिर दीदी बोली मुझे पॉटी आ रही है फिर दीदी पॉटी कर रही थी तो माई दीदी के सामने भी के दीदी को पॉटी कटे हुए देख रहा था। फिर मैंने ही दीदी के गांड साफ करके दी और दीदी ने भी मेरे थोड़ा गुह से भरा हुवा लुंड मुह में लेके साफ किया। वाह क्या मजा आ गया।

फिर उस दिन से मैं दीदी को रोज छोड़ देता हूं। दीदी को भी मेरा लंड बड़ा पसंद है और वो आज भी मुझ से चुदवती है.!

Read More:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *