Antarvasna Story

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Bhabhi Sex Story

मचलती चुत और तड़पता लोड़ो का ग्रुप सेक्स- group sex story

हैल्लो दोस्तों,में फिर से आपके लिए एक स्टोरी लेकर आया हूँ। दोस्तों हम लोगों ने नैनीताल  में मौज मस्ती की थी और हम लोग अभी कुछ दूर ही पहुँचे होंगे कि एक पुलिस वाले ने हमें हाथ दिखाया तो मैंने अपनी गाड़ी साईड में लगाई।

फिर उसने तीखी नजरों से हमें घूरा और मुझसे अपना ड्राइविंग लाइसेन्स दिखाने को कहा। तो मैंने अपना ड्राइविंग लाइसेन्स उसे दिखाया और फिर बाकी कागज भी दिखाए।

वो 5 फुट 10 इंच का लंबा तगड़ा था और उसकी आवाज भी कड़कदार थी। फिर उसने पूछा कि कहाँ से आ रहे हो? तो हमने कहा कि हम नैनीताल  से आ रहे है। फिर उसने पूछा कि यह लड़कियाँ कौन है?

तो हमने कहा कि हमारी वाईफ है, हम घूमने के लिए नैनीताल  गये थे। तो वो कहने लगा कि में सब जानता हूँ अपनी शादी का सबूत दिखाओ। तो में और रोहन शॉक में आ गये, तो हमने कहा कि वो तो अभी नहीं है।

तो उसने कहा कि पुलिस थाने चलो। फिर हमारे बहुत पूछने पर वो बोला कि तुम लोग अय्याशी के लिए लड़कियाँ लेकर घूम रहे हो।

अब हम सब डर गये थे कि कहीं यह बात दूर तक ना पहुँच जाए,तो हमने उसे मामला वहीं दबाने का ऑफर दिया। फिर पहले तो वो कुछ सोचने लगा और फिर बोला कि ठीक है|

एक शर्त पर जाने दूँगा कि आज रात तुम मेरे साथ रहोगे और मुझे कोने में ले जाकर कहने लगा कि मुझे दोनों पसंद है,आज रात मुझे इनके साथ बितानी है। तो हमें गुस्सा तो आया,लेकिन क्या करते?

तो हमने कहा कि हम सोचकर बताते है। तो वो बोला कि जो सोचना है जल्दी सोचो,नहीं तो थोड़ी देर में उसके साहब आ जाएँगे और फिर क्या होगा? तुम लोग समझ गये ना।

फिर हम सब गाड़ी में बैठ गये और सुहानी  और बबीता से सब कुछ कह डाला। तो पहले तो वो दोनों मना करने लगी,लेकिन जब हमने कहा कि अगर मम्मी पापा को पता लग गया तो गजब हो जाएगा।

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फिर हम सब उसके कमरे में चल दिए। तो तभी वो बोला कि यार तुम लोग तो अपनी बीवियों को चोद चुके हो, क्यों नहीं कुछ और ट्राई करो? तो हमने कहा कि क्या? तो तभी उसने अपने नौकर को आवाज दी और उसके कान में कुछ कहा।

फिर उसने कहा कि चलो शुरू करते है। फिर उसने पहले बबीता पर अपना एक हाथ रखा और उसके बूब्स को दबाने लगा और बोला कि क्या मस्त चूचीयाँ है? जरा खोलकर दिखा जानेमन।

अब बबीता गर्म होने लगी थी। में आपको पहले ही बता चुका हूँ कि बबीता पहले से ही बहुत मर्दों से चुदवा चुकी थी। फिर उसने झट से अपनी शॉर्ट उतार दी। तो वो पुलिस वाला, हाँ में आपको उसका नाम तो बताना ही भूल गया|

उसका नाम मोहन  सिंह था, देखता ही रह गया था। तो तभी सुहानी बोली कि उधर क्या देखता है मोहन ? इधर देख मेरी चूचीयाँ और फिर सुहानी ने भी अपनी ऊपर की शमीज उतार दी। अब उसने दोनों की चूचीयाँ दबानी शुरू कर दी थी।

अब उसका लंड पजामे में खड़ा होना शुरू हो गया था। फिर बबीता थोड़ी झुकी और उसका नाड़ा खोल दिया, उसने नीचे कुछ नहीं पहन रखा था। फिर जैसे ही उसका पजामा नीचे हुआ हम सबके होश उड़ गये, उसका लंड था या खंबा करीब 10 इंच लंबा और 5 इंच मोटा होगा।

फिर बबीता ने टाईम ख़राब ना करते हुए उसका लंड अपने मुँह में रख लिया और उसके सुपाड़े को चूसने लगी। अब इधर उसने सुहानी की चूत में अपनी एक उंगली डाल दी थी। उसकी उंगली भी छोटी नहीं थी, वो यही कोई 4 इंच की थी।

अब सुहानी की आवाजे निकलनी चालू हो गयी थी, आह मज़ा आ रहा है, ऐसे ही उंगली से चोदते रहे हो और ज़ोर से करो, चोदो मुझे, उंगली से चोदो, लंड से चोदो, या अपनी जीभ से चोदो, आज तो में सारी रात चुदवाऊंगी।

अब मोहन  जोश में आ चुका था। अब वो अपना लंड मिनी के मुँह में और घुसा चुका था। अब बबीता अंदर बाहर करके उसे पूरा मज़ा दे रही थी। तो तभी इतने में बाहर घंटी बजी,तो मोहन  ने कहा कि देखो कौन आया है?

अब बाहर उसका नौकर और दो गाँव की मस्त गोरी चिठ्ठी लड़कियाँ खड़ी थी। दोस्तों अब हमारी निकल गयी थी तो हमने कहा कि वाह क्या चूचीयाँ है? वो एकदम मस्त माल था।

फिर नौकर बोला कि यह आपके लिए है और फिर वो चला गया। फिर हम उन दोनों को लेकर अंदर आ गये। तो मोहन बोला कि यह मेरी सालियाँ है, तुम इनके साथ मज़े करो, उनमें से एक का नाम कोमल था, तो दूसरी का नाम सविता था।

फिर उन्होंने कहा कि जीजाजी बड़े दिनों के बाद हमारे लिए कोई नया माल लाए हो, अब तक तो आपके साथ ही मज़ा करना पड़ता था, आज शहर का रस भी चख लेंगे और फिर उन दोनों ने अपने कपड़े उतार दिए।

अब में सविता पर और रोहन कोमल पर टूट पड़े थे। फिर सविता  ने मेरा लंड रगड़ना शुरू कर दिया और में उसकी चूचीयाँ रगड़ रहा था और उसके नमकीन होंठो को अपने होंठो से दबा रखा था।

अब उधर रोहन  ने कोमल को बिस्तर पर लेटा दिया था और उसकी साफ चूत को चाटने लगा था। फिर मोहन ने अपना लंड बबीता के मुँह में से निकालकर सुहानी  के मुँह में दे दिया और बबीता की चूत चाटने लगा।

अब पूरे कमरे में आवाजे ही फैली हुई थी। अब सारी लड़कियाँ एक ही स्वर में कह रही थी चोदो-चोदो, आज अपना लंड डाल दो हमारी चूत में, फाड़ दो हमारी चूत, हमारी गांड फाड़ दो, हमारे बूब्स निचोड़ दो, चूत को चाट लो।

अब मस्त चुदाई शुरू हो गयी थी। फिर  मोहन  उठा और बबीता से बोला कि अपने घुटनों के बल हो जाओ और फिर वो उसके पीछे आ गया और फिर झटके से उसने अपना खंबा बबीता की चूत में डाल दिया।

फिर इतना मोटा लंड अंदर जाते ही बबीता ज़ोर से बोली कि आह में मर गयी, मेरी चूत फट गयी। अब हम सब उसकी तरफ देखने लगे थे। फिर उसने  कहा कि बबीता का मुँह कसकर पकड़ ले और फिर उसने एक और झटका मारा तो उसका 10 इंच लम्बा लंड अंदर चला गया।

अब बबीता की चूत में से खून आ रहा था, वो चिल्लाना चाहती थी, लेकिन सुहानी ने उसका मुँह दबा रखा था। फिर तभी कोमल  बोली कि मेरा भी यही हाल हुआ था, जब जीजाजी ने पहली बार मेरी चूत में अपना लंड डाला था|

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लेकिन फिर मज़ा आने लगा था और अब तो हर रात वो मेरी और सविता  की चूत मारता है। फिर मैंने वहाँ पर रखी एक टेबल पर सविता को लेटा दिया और उसके दोनों पैर खोल दिए और झटके से उसकी गीली चूत में अपना लंड डाल दिया।

उसकी चूत अपने जीजाजी से मरवाकर पूरी खुल गयी थी, लेकिन फिर भी उसे मज़ा आ रहा था। अब इधर रोहन ने कोमल की गांड में अपना लंड डाल दिया था। अब पूरे कमरे में पच-पच, खच-खच की आवाजे आ रही थी।

अब सुहानी की बारी थी। फिर मोहन  ने उसे बबीता के जैसे ही होने को कहा और उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया। फिर तभी सुहानी भी चिल्लाई, लेकिन कोई फायदा नहीं था। अब मोहन तो बस अपने में मग्न था।

तो तब बबीता और मिनी मान गयी। फिर हमने उससे कहा कि ठीक है हम तैयार है,लेकिन प्लीज जो भी करना थोड़ा प्यार से,क्योंकि हमारी शादी अभी हुई नहीं है। तो उसने कहा कि ठीक है रात को देखेंगे।

फिर उसने हमें अपने घर का पता दिया और कहा कि वहाँ चले जाओ और कोई होशियारी मत करना,मैंने तुम्हारी गाड़ी का नंबर नोट कर लिया है,भागे और पकड़े गये तो पुलिस थाने में ले जाकर सभी हवलदारो से तुम्हारी होने वाली बीवीयों का रेप करवा दूंगा।

अब हम सब काफ़ी डर गये थे। फिर बबीता और मिनी बोली कि अब क्या कर सकते है? जो होगा देखा जाएगा। फिर हम सब उसके घर पर पहुँचे,तो हमने देखा कि उसका घर तो काफ़ी बड़ा है।

फिर हमने घंटी बजाई, तो एक नौकर निकलकर आया और बोला कि अंदर आओ,साहब ने मुझे तुम सबके आने के बारे में बता दिया था। अब हम लोग थक चुके थे। फिर उसने हमें खाना खिलाया और कमरे में लेकर गया और कहा कि आराम कर लो।

फिर हम सब कुछ ही देर में सो गये और फिर शाम को जब हमारी आँख खुली तो हमने देखा कि वो पुलिस वाला घर आ चुका था। फिर उसने हम सबको बाहर बुलाया और कहा कि डरने की कोई बात नहीं है,तुम मेरा साथ दो में किसी को कुछ नहीं बताऊंगा। फिर तभी हमने कहा कि हमें क्या करना होगा?

तो वो बोला कि बताता हूँ,पहले बताओ क्या पियोगे? अब हम जान गये थे कि वो इतना बुरा नहीं है जितना दिख रहा था, तो हमने कहा कि कुछ भी चलेगा। फिर हम सबने बियर पीनी शुरू कर दी और कुछ ही देर में हम सब उसके साथ काफ़ी घुलमिल गये थे।

अब रात के 10 बजे हुए होंगे, अब हम सब काफ़ी पी चुके थे। फिर उसने कहा कि अब तुम दोनों मतलब में और रोहन उस कमरे में चले जाओ और बबीता और मिनी से कहा कि तुम मेरे साथ मेरे कमरे में मेरे साथ आओ।

फिर हमने कहा कि सर क्यों ना हम सब एक साथ मज़ा करें? अब हम एक दूसरे को अच्छी तरह से जान चुके है, यह हमारी बीवियाँ है तो क्या हुआ? लेकिन आपको पूरा मज़ा देंगी। तो वो बोला कि ऐसा है तो ठीक है।

फिर 30-40 मिनट तक वो बारी- बारी उन दोनों को (बबीता और सुहानी  को चोदता रहा, लेकिन उसका लंड झड़ ही नहीं रहा था। अब सुहानी और बबीता तो कई बार झड़ चुकी थी।

अब वो दोनों मस्ती से अपनी चुदाई करा रही थी। अब हम दोनों भी कोमल  और सविता की चूत गांड मारने में मस्त थे। फिर सविता हम दोनों से बोली कि चलो अब तुम दोनों मिलकर मेरी गांड और चूत में अपना लंड डालो,|

तो में वहाँ पड़े सोफे पर बैठ गया और सविता  ने मेरा लंड अपनी गांड के छेद पर रखा तो जैसे रेशम का रुमाल एक अंगूठी में से निकल जाता है उसी तरह से मेरा लंड उसकी चूत में पूरा घुस गया था।

फिर रोहन ने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और अब हम दोनों मिलकर उसकी गांड और चूत का मज़ा ले रहे थे। फिर 10-15 मिनट के बाद वो झड़ गयी और अब हम दोनों भी झड़ने वाले थे तो हम दोनों ने अपने लंड बाहर निकाले और उसके मुँह के पास लाकर फव्वारे चला दिए।

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फिर कुछ उसके मुँह में गिरा और कुछ उसके बूब्स पर तो मुँह वाला तो वो वो सारा चाट गयी और बूब्स वाला कोमल  ने चाट लिया। फिर चमेली ने हम दोनों का लंड चूसना शुरू कर दिया तो सविता भी आ गयी।

अब वो दोनों घुटनों के बल बैठकर हमारे ढीले लंड को चूस-चूसकर खड़ा कर रही थी। अब मोहन झड़ने वाला था तो उसने अपना लंड बाहर निकाला और आधा बबीता के मुँह में और आधा मिनी के मुँह में छोड़ दिया।

फिर सुहानी और बबीता उसका सारा का सारा वीर्य चाट गयी। फिर निर्मल बोला कि तुम लोग मजे करो, में अभी आता हूँ और यह कहकर मोहन बाथरूम में चला गया। फिर बबीता और सुहानी भी उसके पीछे-पीछे बाथरूम में घुस गयी।

अब उन्हें तो मोहन से अभी और मज़ा चाहिए था। फिर उन दोनों ने उसके लंड को चूस- चूसकर फिर से खड़ा कर दिया। फिर इस बार मोहन  ने बबीता को गोद में उठाया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया।

अब बबीता उसकी गोद में उछल रही थी। फिर उसने उन दोनों को फर्श पर लेटा दिया और बारी-बारी से उन दोनों की चूत में अपना लंड घुसाने लगा। फिर इस तरह हम सातों लोग चूत लंड का खेल खेलते रहे।

फिर हमने बबीता और सुहानी की चूत भी मारी और मोहन ने कोमकल और सुहानी  की चूत मारी। अब जिसका जोश ठंडा होने लगता, तो वो एक बियर पीकर होश में आ जाता था और फिर से शुरू हो जाता था।

फिर कब सुबह के 5 बज गये? हमें पता भी नहीं चला। अब हम सब थक चुके थे और ऐसे ही नंगे सो गये थे। अब मोहन तो बबीता और सुहानी के बीच में था और में और रोहन कोमल और सविता की बगल में था।

फिर 11 बजे के करीब हम सब उठे और नहा धोकर तैयार हो गये। फिर तब निर्मल बोला कि क्यों मज़ा आया ना दोस्तों? तो हमने कहा कि बहुत मजा आया, जाने का मन नहीं कर रहा है,

लेकिन क्या करें? अब बबीता और सुहानी  तो मोहन  के लंड पर फिदा हो गयी थी तो वो कहेनी लगी कि 1-2 दिन यहीं पर और रुक जाते है, अभी मन नहीं भरा है। तो हमने भी खुशी-खुशी हाँ कर दी, तो मोहन और उसकी सालियों के चेहरे भी खिल गये।

फिर हमने वही से अपने घर पर फोन लगाया और कहा कि हम 3-4 दिन में घर आ जाएँगे और फिर उसके बाद आप सब समझ ही गये होंगे कि हम सब साथ-साथ थे ।

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